Arvind Kejriwal Dictatorship: सच से घबराए केजरीवाल, पंजाब में ZEE NEWS पर रोक लगाकर साबित की अपनी कमजोरी
Arvind Kejriwal Dictatorship: ZEE NEWS की सच की पत्रकारिता से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान घबरा गए हैं. घबराहट इतनी कि पंजाब सरकार ने राज्य में ZEE NEWS को दिखाने से रोक लगा दी है.
Arvind Kejriwal Dictatorship: ZEE NEWS ने हमेशा सच की पत्रकारिता की है. देश का सबसे पुराना चैनल होने के नाते हम जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी भलीभांति समझते हैं. हर पल जनता के लिए समर्पित ZEE NEWS की पत्रकारिता उन लोगों को शूल की तरह चुभती है, जो जनता के साथ धोखा कर रहे हैं. पंजाब लोकसभा चुनाव में जब ZEE NEWS ने जनता के मुद्दे उठाए और सरकार की कमियों को बेबाकी से प्रकाशित किया तो मान सरकार की नींव हिल गई. अरविंद केजरीवाल और पंजाब में उनके मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान घबरा गए. घबराहट इतनी कि पंजाब सरकार ने राज्य में ZEE NEWS को दिखाने से रोक लगा दी.
पंजाब सरकार की तानाशाही...
पंजाब में ZEE NEWS को दिखाने से रोक लगाकर अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी अब खुद कठघरे में है. ZEE NEWS के दर्शक और तमाम सियासी दलों ने पंजाब सरकार के इस घटिया कदम की आलोचना की है. पंजाब सरकार के इस कदम से उनके इरादे सामने आ चुके हैं.. कि उन्हें तानाशाही करनी है. इमरजेंसी के वक्त भी कुछ ऐसा ही किया गया था. तब सरकार हिल गई थी. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को जब-जब दबाने की कोशिश की गई है.. इसका परिणाम अच्छा नहीं रहा है.
सच का सामना नहीं कर पाए केजरीवाल?
पंजाब में तानाशाही की राजनीति कर रहे अरविंद केजरीवाल ने ZEE NEWS को दिखाने से रोक लगाकर यह साबित कर दिया है कि उनकी मंशा काली है. अरविंद केजरीवाल या भगवंत मान कितनी भी कोशिश कर लें ZEE NEWS सच दिखाता रहेगा. सच का सामना नहीं कर पाने वाले केजरीवाल जैसे लोगों की हकीकत जनता तक पहुंचाता रहेगा. पंजाब की जनता ZEE NEWS के साथ है. पंजाब में मान सरकार के इस कदम की चारों तरफ आलोचना हो रही है. आइये आपको बताते हैं अरविंद केजरीवाल के तानाशाही कदम पर किसने क्या कहा...
हकीकत सामने आई तो भड़क उठे...
भाजपा के राष्ट्रीय सचीव और वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने पंजाब में ZEE NEWS को दिखाए जाने पर रोक लगाने के राज्य सरकार के कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान सविंधान की बात करते हैं.. मीडिया की आजादी की बात करते हैं... लेकिन जब इनके खिलाफ मीडिया चैनल सच्चाई सामने लाता है तो ये भड़क उठते हैं. ठीक उसी तरह जिस समय जर्मनी में हिटलरशाही का दौर था वैसा ही पंजाब में है. हिटलरशाही के दौरान किसी को सरकार के खिलाफ लिखने की आजादी नहीं थी.. लिखने वाले को जेल में डाल दिया जाता था. वैसे ही पंजाब में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की सच्चाई सामने आई है. इन लोगों को वही चैनल पसंद आते हैं.. जो इनकी चापलूसी करें.
जेडीयू ने भी की आलोचना
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी पंजाब सरकार द्वारा ZEE NEWS को दिखाए जाने पर रोक लगाने के कदम की घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की शुरुआत मीडिया की वजह से हुई है. रामलीला मैदान पर जब ये लोग आंदोलन कर रहे थे तो इनकी सबसे ज्यादा मदद मीडिया ने ही की. उन्होंने कहा कि जब-जब मीडिया की आजादी पर प्रहार होता है तब लोकतंत्र खतरे में होता है. उन्होंने अरविंद केजरीवाल से आग्रह किया कि वे पंजाब में ऐसे कदम न उठाएं.
भाजपा ने क्या कहा.. ?
भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अरविंद केजरीवाल की तरफ इशारा करते हुए कहा जो लोग लोकतंत्र बचाने की बाते करते हैं.. उनके द्वारा किसी भी मीडिया चैनल पर रोक लगाना उनकी असली फितरत को दर्शाता है. ऐसा कदम अरविंद केजरीवाल के चेहरे से मुखौटा उठाता और उनकी हकीकत को सामने लाता है. इसके पहले भी इन लोगों ने एक चैनल के साथ ऐसा ही बर्ताव किया था. भाजपा के ही नेता तरुण चुघ ने कहा कि पंजाब सरकार का यह लोकतंत्र की हत्या है. अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के अंदर इंदिरा गांधी की आत्मा आ गई है. अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पत्रकारों को डराने की कोशिश कर रहे हैं. पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीरो सीट थी और जीरो सीट ही रहेगी. भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने कहा कि ये अरविंद केजरीवाल की तानाशाही है. इनकी जब आलोचना होती है तो ये चैनल को ब्लैक आउट कर देते हैं.