Aadat Hai Badal Dalo: जीवन में सफलता तभी मिलती है जब हम अपने गोल को अचीव करने के लिए बहुत मेहनत और त्याग करते हैं. उसके बाद हमें जो सफलता मिलती है वह हमारे अंदर के आत्मविश्वास को बढ़ाती है. हमारा यही आत्मविश्वास हमेशा हमें कुछ नया और बेहतर करने के लिए मोटिवेट करता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इंसान अपना एक गोल पाकर कभी शांति से नहीं बैठता यही उसकी खूबी है. वह एक लक्ष्य को पूरा करके दूसरे लक्ष्य को पाने में जुट जाता है. आज 'आदत है बदल डालो' (Aadat Hai Badal Dalo) की इस सीरीज के तहत हम आपको बताएंगे कि ऐसी कौन सी आदतें हैं, जो आपके लिए बेहद हानिकारक हो सकती हैं. 


इस बुरी आदत को आज छोड़ें
आगे बढ़ने और कुछ पाने की राह में आलस व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु है. अगर आप आज के काम को कल पर टालने के आदि हैं, तो समय रहते अपनी इस आदत को छोड़ दें, क्योंकि जो व्यक्ति ऐसा नहीं करता, वह जीवन में सफलता से उतना ही दूर होता जाता है. वहीं, सनातन धर्म कहता है कि आलसी व्यक्ति को लक्ष्मी जी भी पसंद नहीं करती हैं. ऐसे लोग मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से वंचित रह जाते हैं.


सामने वाले को अपने से कम न समझें
कभी भी किसी व्यक्ति की अवहेलना नहीं करनी चाहिए. सामने वाले को कभी कमतर समझने की भूल न करें. सफलता मिलने पर जिसके अंदर अहम का भाव आ जाता है. इस अहंकार में कभी जानकर तो कभी अनजाने मे किसी का अपमान करना या उसे महत्वहीन समझना, अच्छी बात नहीं है. आपकी ऐसी गलती कभी-कभी बहुत बड़ी भूल बन जाती है, जिसके कारण आपको लाइफ टाइम शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है. 


अहंकार है सफलता का सबसे बड़ा शत्रु
अगर सफलता मिलने के बाद जो अहंकार करने लगे, उसके लिए विनाश के रास्ते खुलने में देर नहीं लगती. कई बार अंहकार व्यक्ति को ले डूबता है. अहम उसके जीवन में असफलता का सबसे बड़ा कारण बन जाता है. शास्त्रों के मुताबित अहंकार व्यक्ति के सबसे बुरे अवगुणों में से एक है. अहंकार व्यक्ति की प्रतिभा और अपने सभी अच्छे कामों  को नष्ट कर देता है. अहंकारी लोगों से हर कोई दूरी बनाना पसंद करता है.