नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) की तरफ से जल्द ही नया कोर्स शुरू होने जा रहा है. इस कोर्स को भारतीय सेना में मौलवी के पद पर निकलने वाली रिक्तियों को ध्यान में रखकर शुरू किया जा रहा है. सेना में मौलवी पद पर भर्ती के लिए जुलाई से एक वर्षीय 'पीजी डिप्लोमा इन मुस्लिम चपलाइंसी कोर्स' शुरू करने जा रहा है. एक वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए पहले साल में 10 सीटें होंगी, जिसमें से 5 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी.


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हर साल सेना में निकलती है रिक्तियां
आपको बता दें हर साल भारतीय सेना में धर्म शिक्षक (पंडित, मौलवी, पादरी, ग्रंथी, बौद्ध संन्यासी आदि) के पद पर नियुक्ति होती है. चयनित युवाओं को बतौर जूनियर कमीशन अधिकारी नियुक्त किया जाता है, लेकिन जानकारी के अभाव में काफी मुस्लिम युवक इससे वंचित रह जाते हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए एएमयू के प्रो. केए निजामी सेंटर फॉर कुरानिक स्टडीज में 'पीजी डिप्लोमा इन मुस्लिम चपलाइंसी कोर्स' शुरू किया जा रहा है.


नए कोर्स को बोर्ड ऑफ स्टडीज एवं एडमिशन कमेटी आदि की तरफ से स्वीकृति मिल चुकी है. प्रो. केए निजामी सेंटर फॉर स्टडीज के निदेशक प्रो. अब्दुल रहीम किदवई और एएमयू पीआरओ उमर पीरजादा बताते हैं कि इस कोर्स के जरिये मुस्लिम युवाओं को भारतीय सेना में सेवा देने का मौका प्राप्त होगा, यही नहीं इस कोर्स को करके जेल, चिकित्सा और अन्य विभागों में भी भर्ती मिलेगी. यह पाठ्यक्रम 100 प्रतिशत जॉब ओरिएंटेड है.