मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले कुमारस्वामी कर्नाटक के लिए बोल गए ये `बड़ी बात`
कर्नाटक में जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व कर रहे एचडी कुमारस्वामी आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
नई दिल्ली/बेंगलुरु : जेडीएस के कुमारस्वामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले कहा कि घोषणापत्र में जनता से किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने किसानों का विशेष ध्यान रखे जाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. कुमारस्वामी ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में यह बात कही.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व कर रहे एचडी कुमारस्वामी आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई नेता और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शरीक होंगे. कर्नाटक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि राज्य में पार्टी अध्यक्ष जी परमेश्वर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वेणुगोपाल ने बताया कि कांग्रेस के रमेश कुमार अगले विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) होंगे, जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष पद जद (एस) के खाते में जायेगा.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के 22 और जद (एस) से 12 मंत्री होंगे. शुक्रवार को विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण के बाद वे शपथ लेंगे. अधिकारियों ने इससे पहले बताया था कि कुमारस्वामी बृहस्पतिवार को सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे.
कुमारस्वामी एक हफ्ते के अंदर कर्नाटक में शपथ लेने वाले दूसरे मुख्यमंत्री होंगे. दरअसल, भाजपा के प्रदेश प्रमुख बीएस येदियुरप्पा ने 19 मई को शक्ति परीक्षण का सामना किए बगैर इस्तीफा दे दिया था. कुमारस्वामी ने कहा कि विभागों के आवंटन पर शुक्रवार को चर्चा होगी. गठबंधन के सुचारू रूप से कामकाज करने के लिए एक समन्वय समिति गठित की जाएगी.
जद (एस) प्रमुख एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के तीसरे पुत्र कुमारस्वामी को राज्यपाल वजुभाई वाला विधानसौध के सामने शाम साढ़े चार बजे पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. शपथ ग्रहण समारोह के लिए बड़ा मंच बनाया गया है. समारोह में कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के शरीक होने की उम्मीद है. इसके जरिए 2019 के आमचुनाव से पहले भाजपा को विपक्षी एकजुटता का एक संदेश दिए जाने की उम्मीद है.
सरकारी अधिकारियों और जद (एस) सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष एवं उनकी मां सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के भी समारोह में शरीक होंगे. वहीं, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, बिहार विधानसभा में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और नेकां के नेता फारूक अब्दुल्ला के भी उपस्थित होने की उम्मीद है. बसपा प्रमुख मायावती और सपा नेता अखिलेश यादव भी समारोह में शरीक होंगे.
इस बीच, द्रमुक नेता एमके स्टालिन ने बेंगलुरू की अपनी यात्रा रद्द कर दी है. इसकी बजाय वह तमिलनाडु में तूतीकोरीन जाएंगे, जहां कल पुलिस गोलीबारी में नौ लोग मारे गए. कुमारस्वामी का यह दूसरा कार्यकाल होगा. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2006 से अक्तूबर 2007 के बीच 20 महीनों तक जद (एस) - भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था. कुमारस्वामी ने स्वीकार किया है कि अगले पांच साल कांग्रेस- जद (एस) गठबंधन की सरकार चलाना उनके लिए बड़ी चुनौती रहेगी.
गौरतलब है कि 224 सदस्यीय विधानसभा की प्रभावी क्षमता फिलहाल 221 सदस्यों की है. विधानसभा चुनाव में भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.