बेंगलुरु : कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार का स्वरूप कैसा होगा, इसके अब पत्ते खुलने शुरू हो गए हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एचडी कुमारस्वामी मंत्रिमंडल में कांग्रेस के जी. परमेश्वर उप मुख्यमंत्री होंगे. वह कुमारस्वामी के साथ मंत्री पद की शपथ लेंगे. एचडी कुमारस्वामी बुधवार की शाम राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे. उनके साथ अन्य मंत्रियों को भी पद और गोपनियता की शपथ दिलाई जाएगी. जी. परमेश्वर के अलावा कांग्रेस के केआर रमेश विधानसभा के स्पीकर होंगे. 


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कुमारस्वामी के मंत्रिमंडल में परमेश्वर के अलावा और कौन-कौन से चेहरे शामिल होंगे, अभी तक साफ नहीं हो पाया है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेडीएस और कांग्रेस में 12:22 के फार्मूले पर समझौता हुआ है. यानी मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री जेडीएस के और 22 मंत्री कांग्रेस के होंगे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया कि कर्नाटक के मंत्रिमंडल में कुल 34 मं त्री होंगे, जिनमें से 22 मंत्री कांग्रेस के और जेडीएस के 12 मंत्री होंगे. सभी मंत्री बुधवार को ही शपथ लेंगे. 


हालांकि कुछ समय पहले तक डीके शिवकुमार के नाम की चर्चा डीप्टी सीएम के लिए हो रही थी. चर्चा थी कि राज्य में दो उप मुख्यमंत्री होंगे, जिनमें एक लिंगायत समुदाय का होगा. 


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कर्नाटक में 15 मई चल रहा सियासी ड्रामा अब अपने अवसान की ओर है. बीते शनिवार को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने से पहले ही बीजेपी के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. 15 मई को चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद 104 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई बीजेपी को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया था. इस बात का अन्य विरोधी दलों ने खूब विरोध किया, क्योंकि राज्यपाल ने बहुमत के आंकड़े को छू रहा जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया था.



इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सुर्पीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था. जिसमें रातभर लगी कोर्ट ने बीजेपी को 48 घंटे के भीतर बहुमत साबित करने का आदेश दिया था, जबकि राज्यपाल ने येदियुरप्पा को एक हफ्ते की मोहलत दी थी. अंत में बीजेपी बहुमत की लड़ाई में हार गई और राज्यपाल ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.


पहले तो कुमारस्वामी द्वार शपथ लेने के लिए 21 मई का समय तय किया गया, लेकिन इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि होने के कारण शपथ ग्रहण समारोह को 23 मई के लिए टाल दिया गया.