बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मंत्रिमंडल विस्तार से नाखुश चल रहे कांग्रेस विधायकों को शुक्रवार को समझाने-बुझाने की पहल की और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से समाधान ढूढने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रमुख कांग्रेस नेता एमबी पाटिल से भेंट की जिनके नेतृत्व में असंतुष्ट पार्टी विधायक बैठकें कर रहे हैं। 


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इस मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे तो यह मुद्दा सीधे उनसे जुड़ा नहीं है लेकिन वह सरकार के स्थायित्व के लिए कांग्रेस - जदएस गठबंधन के नेता के तौर विधायकों को समझाने - बुझाने गये थे. उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका संबंध मुझसे नहीं है क्योंकि ये कांग्रेस पार्टी के अंदर किए गए निर्णय हैं. मैंने उनका (पाटिल का) दर्द समझा है कि जरुरत के समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया लेकिन अब वह निराश महसूस करते हैं." 


कुमारस्वामी ने बताया कि पाटिल ने उनसे कहा कि वह अकेले नहीं हैं और वह समान विचार वाले विधायकों के साथ परामर्श कर निर्णय करेंगे. उन्होंने कहा, "मैंने उनकी भावनाएं समझीं, मैं दिल्ली के (कांग्रेस नेताओं) से समाधान ढूढने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं." 


 



 


कुमारस्वामी के इस दौरे से पहले उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर, मंत्री डीके शिवकुमार, केजे जॉर्ज और आरवी देशपांड ने पाटिल को समझाने बुझाने के लिए उनसे उनके निवास पर मुलाकात की थी. एमटीबी नागराज, सतीश जारकिहोली, सुधाकर और रोशन बेग समेत असंतुष्ट नेताओं के एक समूह ने कल पाटिल के निवास पर बैठक की थी.  


इस मसले पर कैबिनेट मंत्री डीके शिवकुमार का कहना है, "जाहिर है कि वरिष्ठ नेता दुखी हैं. कांग्रेस पार्टी बचे हुए विभागों के लिए सभी विकल्प खोल रखे हैं और जल्द ही इन्हें भरा जाएगा. मुझे पार्टी हाईकमान पर पूरा भरोसा है. हम पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच आत्मविश्वास बढ़ाएंगे." 


 



 


पार्टी सूत्रों के अनुसार ऐसी कई बैठकें हो चुकी हैं. एक ऐसी ही बैठक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एच के पाटिल के नेतृत्व में हुई है. एमबी पाटिल ने कुमारस्वामी के उनके यहां आने को ‘शिष्टाचार भेंट’ करार दिया और कहा कि यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है एवं कुमारस्वामी का उससे कोई लेना - देना नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन सरकार में एमबी पाटिल, दिनेश गुंडु राव, रामलिंगा रेड्डी, आर रौशन बेग, एचके पाटिल, तनवीर सैत, शामानूर शिवशंकरप्पांड और सतीश जारखिहोली समेत पिछली सिद्धरमैया मंत्रिमंडल के कई अहम सदस्यों को नयी गठबंधन सरकार में जगह नहीं दी है.


(इनपुट भाषा से)