चेन्नई: कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री पद के लिए शक्ति परीक्षण से पहले बीजेपी नेता बी एस यदियुरप्पा के इस्तीफा देने के एक दिन बाद अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को कहा कि पड़ोसी राज्य में हुआ राजनीतिक घटनाक्रम प्रजातंत्र की जीत है. रजनीकांत ने संवाददाताओं के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा , ‘‘ संविधान के मुताबिक बहुमत विधानसभा के भीतर साबित करना होता है. कांग्रेस और जद (एस) यह करने जा रहे हैं और मैं इसे प्रजातंत्र की जीत के रूप में देखता हूं. ’’ 


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कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला द्वारा यदियुरप्पा को बुहमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिये जाने को ‘बेतुका’ कार देते हुए तमिल सुपरस्टार ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. उन्होंने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय को सलाम, जिसने (इतना) अच्छा आदेश दिया. ’ उनका संकेत उच्चतम न्यायालय के उस फैसले की तरफ था जिसमें बीजेपी से विधानसभा में शनिवार को बहुमत साबित करने को कहा गया था.



‘ रजनी मक्कल मंदरम ’ (रजनी पीपुल्स फोरम) की महिला इकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद अभिनेता ने कहा कि कावेरी मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय को अक्षरश : लागू किया जाना चाहिए.



रजनीकांत ने कहा कि 2019 में चुनाव लड़ने का फैसला तब लिया जाएगा जब चुनाव की घोषणा होगी. पार्टी अभी तक लॉन्च नहीं हुई है लेकिन हम हर चीज के लिए तैयार हैं और अभी किसी गठबंधन की बात करना जल्दी होगी.