High BP की वजह से बढ़ गया Heart Attack का खतरा? इस फल के पेड़ की छाल को खाना शुरू कर दें
High Blood Pressure Control Tips: हाई बल्ड प्रेशर होना हमारी सेहत के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है, इससे दिल की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है. ऐसी परेशानी से बचने के लिए एक खास उपाय किया जा सकता है.
Arjun Fruit Tree Bark For High BP: मौजूदा दौर की गड़बड़ लाइफस्टाइल और अजीबोगरीब फूड हैबिट्स की वजह से काफी लोग हाई ब्लड प्रेशर यानी यानी हाइपरटेंशन (Hypertension) के शिकार हो रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) की मानें तो 1.3 बिलियन से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. आमतौर पर ज्यादा ऑयली और मीठा खाने से खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है और फिर ब्लॉकेज की वजह से खून को दिल तक पहुंचने में परेशानी होती है. ऐसे में नसों पर काफी जोर पड़ता है इसकी की वजह से बीपी बढ़ जाती है. ये आगे चलकर हार्ट अटैक का खतरा पैदा करता है. ऐसे में आपको एक खास फल की मदद लेनी होगी.
अर्जुन फल के पेड़ की छाल का करें यूज
मेडिकल स्टैंडर्ड के मुताबिक एक हेल्दी एडल्ट का नार्मल ब्लड प्रेशर (Normal Blood Pressure) 120/80 होना चाहिए, लेकिन अगर इस लेवल में इजाफा हो जाए तो अर्जुन फल के पेड़ की छाल आपके काफी काम आ सकती है.
बेहद फायदेमंद है अर्जुन की छाल
अर्जुन की छाल को आयुर्वेद का खजाना समझा जाता है, इसके जरिए हाई ब्लड प्रेशर की दवाई बनाई जाती है . अगर आप इस छाल का सेवन करेंगे तो हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा. इसमें मौजूद ट्राइग्लिसराइड खून में गंदे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं और फिर दिल के दौरे से हमारी हिफाजत हो जाती है. ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
इस तरह यूज करें अर्जुन के पेड़ की छाल
इसके लिए आप सबसे पहले अर्जुन की छाल के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर मिक्सर ग्राइंडर में बारीक पीस लें और फिर दूध या पानी के साथ मिक्स करके इसे पी जाएं. इस बात का ख्याल रखें कि दूध या पानी हल्का गर्म होना चाहिए. आप चाहें तो इसका काढ़ा भी तैयार कर सकते है. ऐसा करने से ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे नॉर्मल हो जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)