स्तन का आकार महिला के व्यक्तित्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन महिला के शरीर के आकर्षण को बढ़ाने में मदद करता है. ऐसे में आमतौर पर ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाएं अपने ब्रेस्ट अपीयरेंस को लेकर बहुत चिंतित होती हैं. ब्रेस्ट के साइज और शेप को लेकर मन में कई सवाल भी पैदा होते हों. कई महिलाएं यही सोचकर परेशान होती रहती हैं अब उनके ब्रेस्ट में कसाव नहीं रह जाएगा. लेकिन क्या इस बात में कोई सच्चाई है? 


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गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर तन्या गुप्ता के एक इंस्टाग्राम वीडियो में शेयर की गयी जानकारी के अनुसार बच्चे को स्तनपान कराने से स्तन ढीले नहीं होते. जो महिलाएं स्तन के ढीले होने के बारे में सोचकर स्तनपान नहीं कराती हैं, उन्हें ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. 
 



ब्रेस्टफीडिंग के फायदे

फॉर्मूला दूध बच्चों के लिए आहार का विकल्प जरूर है लेकिन इसमें स्तन के दूध की तुलना में पोषण की मात्रा नहीं होती. ऐसे में पर्याप्त समय तक बच्चे को मां का दूध मिलने से उसका विकास तेजी से होता है. साथ ही स्तनपान कराने से महिलाओं को प्रसवोत्तर वजन कम करने में मदद मिलती है. इससे कैलोरी भी कम होती है.

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ब्रेस्ट के ढीले होने का कारण


डॉक्टर तन्या बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान हार्मोन में बदलाव, धूम्रपान, कम पानी पीना, व्यायाम न करना, अचानक वजन कम होना, जल्दी में स्तनपान बंद कर देना, और उम्र के कारण महिलाओं के स्तन ढीले हो जाते हैं और लटकने लगते हैं.


ब्रेस्ट में कसाव लाने के उपाय

डॉक्टर के मुताबिक जिन महिलाओं को स्तनों के ढीलेपन और लटकने की समस्या है उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और इसका असर स्तनों पर भी देखने को मिलता है. विटामिन सी से भरपूर आहार और व्यायाम से भी काफी मदद मिलती है. 

 


 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.