Dhruv Agarwala weight loss: एक भारतीय बिजनेसमैन ने फिटनेस, वेलनेस और वजन घटाने में एक नई मिसाल कायम की है. हाल ही में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक रियल एस्टेट सर्च प्लेटफॉर्म housing.com के सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने केवल डाइट और फिटनेस के जरिए अपने वजन का लगभग आधा कम कर लिया. इस वजन घटाने की जर्नी में उन्होंने सिर्फ हेल्दी आदतों को अपनाया और किसी भी दवा का सेवन नहीं किया. आइए जानते हैं इस ध्रुव अग्रवाल की कहानी से युवा और उम्रदराज लोग क्या सीख सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अक्टूबर 2021 में भारत की एक बिजनेस ट्रिप के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्होंने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी) को बताया कि मेरा दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था, मुझे घबराहट हो रही थी. मुझे लगा कि मैं मर जाऊंगा. उन्होंने आगे कहा कि मैं सोचता रहता था कि एक दिन मैं अपना वजन कम कर लूंगा, एक दिन मैं फिट हो जाऊंगा,' लेकिन एक दिन मैं अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया. मुझे वह पल स्पष्ट रूप से याद है, जब मैं अस्पताल के बिस्तर पर लेटा हुआ था, मैंने अपनी सेहत का जिम्मा लेने का संकल्प लिया.


एससीएमपी रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से कुछ महीने पहले ध्रुव अग्रवाल का वजन 151.7 किलो था. वह प्री-डायबिटिक थे, उन्हें स्लीप एपनिया था और उन्हें हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की दवाइयां चल रही थीं. नवंबर 2021 तक वह सभी दवाओं से मुक्त हो गए थे. उन्होंने बताया कि मेरा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का लेवल अब नॉर्मल है, मैं स्लीप एपनिया मशीन से फ्री हूं और अब प्री-डायबिटिक नहीं हूं.


दो साल में कैसे कम किया 71 किलो?
ध्रुव अग्रवाल ने सिंगापुर में एक पर्सनल ट्रेनिंग के साथ हफ्ते में तीन बार स्ट्रेंथ-ट्रेनिंग सेशन किया, वह 10 हजार से बढ़कर 12 हजार स्टेप्स रोजाना चलने लगे. उनकी ट्रेनर अहमद जकी ने बताया कि उन्होंने टेनिस दिग्गज रोजर फेडरर का जिक्र करके ध्रुव अग्रवाल को प्रेरित किया. जकी ने एससीएमपी को बताया कि मैंने उन्हें यह विश्वास जगाया कि अगर वह फेडरर के 80 किलो वजन तक पहुंच जाते हैं, तो वह शानदार दिखेंगे. खाने के मामले में, उन्होंने अपने डेली कैलोरी सेवन को घटाकर 1,700 कैलोरी कर लिया. उन्होंने शराब, प्रोसेस्ड और फ्राइड फूड को पूरी तरह से बंद कर दिया और सुनिश्चित किया कि वह हर भोजन में प्रोटीन खाएं. उन्होंने उचित मात्रा में भोजन करना भी सीखा.