Covid Subvariant JN.1 Test: देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1  के बढ़ते मामले ने सभी को टेंशन में डाल दिया है. हर किसी को इस बात की घबराहट है कि कहीं वो इन वायरस का शिकार न हो जाएं. हर किसी को लग रहा था कि अब कोरोना से हमें पूरी तरह मुक्ति मिल चुकी है, लेकिन ये वायरस बार-बार नए रूप में सामने आ रहा हैं. आइए जानते हैं कि कोविड के इस नए वेरिएंट के लक्षणों को कैसे पहचानें और कौन सा टेस्ट सबसे इफेक्टिव साबित हो सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण


वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) ने बताया है कि ये 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' (Variant of Interest) तो है, लेकिन ये बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं है. अगर आपको नीचे लिखे गए लक्षण नजर आते हैं तो टेस्ट करा सकते हैं. कई डॉक्टर्स का मानना है कि अगर लक्षण 2 दिनों तक बरकरार रहें, तभी आप जांच कराएं. 



1. बुखार
2. गले में खराश
3. सिर दर्द
4. बहती हुई नाक
5. हद से ज्यादा थकान
6. पेट की परेशानियां
7. कमजोर मांशपेशियां


आरटी-पीसीआर टेस्ट या होम टेस्टिंग किट्स?


स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि स्क्रीनिंग को बढ़ा दिया जाए. खासकर इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण और सांस लेने में तकलीफ दिखे तो आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR tests) को बढ़ा दें और जीनोम सिक्वेंसिंग के पॉजिटिव सैंपल को जमा करें. हालांकि इस बात की चिंता है कि कुछ लोग होम टेस्टिंग किट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे कोरोना मामलों की अंडर रिपोर्टिंग हो सकती है. बेहतर है कि हमें सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए.                                                                                                                                                                                                                                                                       


'घबराने की जरूरत नहीं'
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कुछ दिनों पहले कहा था कि कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन. 1 से घबराने की जरूरत नहीं है. क्रेंद्र सरकार इससे निपटने के लिए जरूरू कदम उठा रही है. उन्होंने बताया था कि इस नए वेरिएंट से ज्यादा गंभीर बीमारियां नहीं हो रही हैं. पिछले हफ्ते जो मौत के मामले सामने आए थे उन्हें पहले से ही गंभीर बीमारियां थीं.



एहतियात बरतें
कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन. 1  से बचना है तो आपको कमो-बेश वही एहतियात बरतने होंगे जो कोरोना के फर्स्ट फेज में अपनाए थे. जैसे मास्क पहनें, भीड़भाड़ वाली जगहों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. हाथ को धोते रहें या सैनिटाइज करें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.