कॉलेज की जिंदगी में, रात-जागकर पढ़ाई करना, असाइनमेंट पूरा करना और दोस्तों के साथ मस्ती करना आम बात है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी पसंद की एनर्जी ड्रिंक्स आपको थकान दूर करने की बजाय, अस्वस्थ नींद और अनिद्रा की ओर ले जा सकती हैं?


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हाल ही में एक बड़े नॉर्वेजियन रिसर्च में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बीएमजे ओपन नामक ओपन-एक्सेस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया कि कॉलेज स्टूडेंट्स के बीच एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन खराब नींद की क्वालिटी और अनिद्रा से जुड़ा हुआ है.


रिसर्च
शोधकर्ताओं ने 18 से 35 साल के 53,266 स्टूडेंट्स का डेटा इकट्ठा किया. उन्होंने उनके एनर्जी ड्रिंक्स के सेवन की मात्रा और नींद की क्वालिटी के बीच लिंक का अध्ययन किया. रिसर्च के परिणाम चौंकाने वाले थे. शोधकर्ताओं ने पाया कि जो स्टूडेंट्स नियमित रूप से एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन करते थे, उनमें अनियमित नींद, कम नींद की अवधि और सोने में परेशानी होने की संभावना अधिक थी. जितना अधिक एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन होता था, नींद की समस्याएं उतनी ही गंभीर होती थीं.


नींद की साइकिल होती है बाधित
शोधकर्ताओं का मानना है कि एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन और अन्य उत्तेजक पदार्थ नींद की साइकिल को बाधित करते हैं. ये पदार्थ दिमाग में एडिनोसिन के प्रभाव को रोकते हैं, जो एक कैमिकल है जो नींद को प्रेरित करता है. इसके परिणामस्वरूप, एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन करने वालों को सोने में मुश्किल होती है और उनकी नींद की क्वालिटी खराब हो जाती है.


याददाश्त और मूड पर भी असर
यह अध्ययन इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन करने वाले स्टूडेंट्स में अनिद्रा का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है. अनिद्रा एक गंभीर नींद विकार है जो ध्यान, याददाश्त, मूड और पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. इस अध्ययन के निष्कर्ष कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करते हैं. एनर्जी ड्रिंक्स एक अस्थायी ऊर्जा बूस्ट प्रदान कर सकते हैं, लेकिन वे लंबे समय में आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासकर आपकी नींद की क्वालिटी को.