मौसम बदलने से शरीर से ज्यादा आंखें होती हैं इफेक्ट, ऐसे करिए देखभाल
आम तौर पर बारिश के मौसम के दौरान होने वाले संक्रमण न केवल डराने वाले, बल्कि बहुत हानिकारक भी होते हैं.
इस साल फरवरी का महीना बहुत ही ज्यादा करवट ले रहा है. कभी सुनहरी धूप आसमान में खिल रही है, तो देर रात कड़ाके की ठंड पड़ रही है. और तो और कभी भी बारिश हो रही है. प्रकृति कब क्या रुख लेगी, इसका तो किसी को नहीं पता, लेकिन इन दिनों वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण की आशंकाएं ज्यादा रहती हैं. क्योंकि बदलते मौसम में बैक्टेरिया तेजी से फैलते हैं और इसके नुकसान से तो हम सभी वाकिफ हैं. इस तरह के मौसम में हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्से 'आंखों' में कुछ हानिकारक समस्याएं भी पैदा करता है. इसलिए जरूरी है उनकी सही देखभाल करना.
तो आइए जानते हैं इस बदलते मौसम में हम आपकी आंखों का ध्यान कैसे रखें.
स्वच्छ रहें : हमेशा अपनी आंखों के नजदीक आने वाले कपड़ों और अपने हाथों को साफ रखें. अपने निजी सामान जैसे तौलिए, चश्मा, कॉन्टेक्ट लेंस इत्यादि किसी के साथ साझा न करें. जब भी आप अपने घर से बाहर जाते हैं, तो धूप का चश्मा या चश्मा पहनें. वे बाहरी तत्वों को हमारी आंखों में प्रवेश करने से रोकते हैं.
अपनी आंखों का बहुत सावधानी से इलाज करें : रोजाना ठंडे पानी से अपनी आंखें धोएं. जागने या कॉन्टेक्ट लेंस को हटाने के बाद अपनी आंखों को जोर से न रगड़ें, क्योंकि यह कॉर्निया को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
संतुलित आहार: किसी भी संक्रमण से लड़ने के लिए अपने शरीर को स्वस्थ और प्रतिरक्षा प्रणाली को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संतुलित और स्वस्थ आहार लें.
आम तौर पर बारिश के मौसम के दौरान होने वाले संक्रमण न केवल डराने वाले, बल्कि बहुत हानिकारक भी होते हैं. हमारी आंखों में होने वाले सबसे आम संक्रमण हैं 'कंजक्टिवाइटिस' या आमतौर पर आई फ्लू, स्टाई और कॉर्नियल अल्सर.