Fatty Liver Disease: हाल के एक अध्ययन में, विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि जो लोग फैटी लिवर की बीमारियों से पीड़ित हैं, उनमें दिमाग की सेहत से संबंधित बड़ी कॉम्प्लिकेशन होने का खतरा अधिक होता है. शोधकर्ताओं ने बताया कि नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) लिवर के फैट और दिमाग की कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अध्ययन में, विशेषज्ञों ने खराब डाइट और नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के बीच संबंध को जोड़ा. उन्होंने जो पाया उसके अनुसार, यह स्पष्ट है कि जो लोग अनहेल्दी या खराब डाइट का सेवन कर रहे हैं, उनमें नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज विकसित होने का खतरा है. ऐसा लंबे समय तक करने से ब्रेन के मेमोरी लॉस सहित कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं.


फैटी लीवर डिजीज और दिमाग की सेहत के बीच लिंक
फैटी लीवर डिजीज जो मुख्य रूप से खराब रेगुलर डाइट और डेली रूटीन से जुड़ा हुआ है, जो इंसान के पूरी सेहत और दिमाग पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है. जब कोई शुगर ड्रिंक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन बढ़ा देता है, तो यह धीरे-धीरे मोटापे का कारण बनता है और अनियंत्रित मोटापा दिमाग की समस्याओं का कारण बन सकता है.


फैटी लीवर डिजीज के लक्षण


  • बेवजह पेट में दर्द

  • मतली

  • अचानक भूख न लगना

  • अचानक वजन घटाने

  • पेट और पैर में सूजन

  • अत्यधिक थकान 

  • कमजोरी

  • स्किन के रंग में बदलाव


आपका शरीर आपको क्या बताने की कोशिश कर रहा है, इसकी जांच करना महत्वपूर्ण है और यह भी जरूरी है कि शरीर को किसी भी पुरानी बीमारियों से प्रभावित होने से सुरक्षित रखने के लिए हेल्दी और पौष्टिक डाइट का पालन करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं.