Hair Straightening कैंसर को दे रहा दावत! ब्यूटी पार्लर जाने से पहले जरूर पढ़ लें ये खबर
Uterine Cancer: नई रिसर्च में दावा किया गया है कि हेयर स्ट्रेटनिंग (Hair Straightening) करवाने वाली महिलाओं को कैंसर का ज्यादा खतरा है. हेयर स्ट्रेटनिंग में खतरनाक केमिकल इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है.
Hair Straightening Chemical: हमारी हिंदी फिल्में हों या फिर दुनिया की किसी भाषा की फिल्म हो, उसमें हीरोइन के खूबसूरत बालों पर या उसकी जुल्फों पर सैकड़ों गीत या डायलॉग लिखे गए हैं. फिल्मों में हिरोइन पलटकर देखें, और उसके रेशमी बाल जब तक हवा के झोंके से उड़कर, उसके चेहरे पर ना गिरें, तब तक फिल्म के डायरेक्टर को मजा नहीं आता. फिल्मों में किसी महिला के खूबसूरत बालों का जो पैमाना सेट किया जाता है, उसी को हमारा समाज सुंदरता का सच मान लेता है. देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में आज हजारों महिलाएं, अपनी बालों को खूबसूरत बनाने या बनाए रखने के लिए हर तरह के हेयर प्रोडक्ट इस्तेमाल करती हैं. शैंपू तो हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है. शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल करना आज की पीढ़ी के लिए आम बात है. लेकिन इसी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो 'हेयर स्ट्रेटनिंग' करवाते हैं. हेयर स्ट्रेटनिंग यानी अपने बालों को एकदम सीधा करवा लेना.
हेयर स्ट्रेटनिंग से सावधान!
हेटर स्ट्रेटनिंग में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर ब्यूटी पार्लर्स में हेयर स्ट्रेटनिंग दो तरह की होती है, एक अस्थाई और एक स्थाई. Temporary हेयर स्ट्रेटनिंग कम समय तक बालों को सीधा रखती है और Permanant Hair Straightening में लंबे समय तक बालों को एकदम सीधा रखती है. दोनों में ही केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन लंबे समय तक Permanant Hair Straightening करवाने वालों को आज हम सावधान करना चाहते हैं. ये तो आपको मालूम ही होगा कि Hair Straightening में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन Permanant Hair Straightening के दौरान कई खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल होता है. यहीं से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ने की आशंका बढ़ जाती है.
मशहूर ब्यूटी प्रोडक्ट कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज
मशहूर ब्यूटी प्रोडक्ट कंपनियों लॉ रियल यूएसए, गोदरेज और डाबर इंटरनेशनल के खिलाफ अमेरिका में 57 केस दर्ज किए गए हैं. इन कंपनियों पर आरोप है कि इनके Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट में खतरनाक केमिकल हैं. आरोप ये भी है कि इन केमिकल की वजह से कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो रही हैं. अमेरिका की अलग-अलग अदालतों में कई महिलाओं ने ये केस दर्ज करवाए हैं. शिकागो में अब इन सभी 57 मामलों की एक साथ सुनवाई की जाएगी.
गर्भाशय कैंसर का खतरा
कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने वाली महिलाओं का आरोप है कि, इनके Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट इस्तेमाल करने की वजह से उन्हें गर्भाशय का कैंसर हो गया है. दरअसल ये मामला पिछले साल अक्टूबर से शुरू हुआ था. वर्ष 2022 के अक्टूबर में अमेरिका की 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ' ने एक रिसर्च की. इस रिसर्च में पता चला कि Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में गर्भाशय के कैंसर देखने को मिला है. ये रिसर्च दरअसल प्रोडक्ट में इस्तेमाल होने वाले केमिकल और ब्रेस्ट कैंसर के बीच लिंक ढूंढने के लिए की जा रही थी. लेकिन स्टडी के दौरान पता चला कि इन केमिकल से गर्भाशय के कैंसर शिकायतें बढ़ रही हैं. अमेरिका में गर्भाशय का कैंसर काफी कम देखने के मिलता है. यहां केवल 3 प्रतिशत महिलाओं में ही गर्भाशय का कैंसर मिलता है. इसीलिए स्टडी करने वाले वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे थे.
ये रिसर्च में 35 से 74 वर्ष की 33 हजार 497 अमेरिकी महिलाओं को शामिल किया गया था. रिसर्च के दौरान करीब 11 वर्षों तक महिलाओं की सेहत को फॉलो किया जाता रहा. इस दौरान इन 378 महिलाओं में कैंसर के मामले सामने आए. रिसर्च में देखा गया कि आमतौर पर महिलाओं को 70 साल की उम्र तक आते-आते कैंसर होने की आशंका 1.64 प्रतिशत होती है. लेकिन केमिकल वाले प्रोडक्ट इस्तेमाल कर रही महिलाओं में कैंसर होने का खतरा बढ़कर 4.05 प्रतिशत देखा गया.
Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट में इस्तेमाल होने वाली केमिकल खतरनाक होते हैं, ये बात स्टडी में पाई गई. इसी के बाद से लॉरियल, गोदरेज और डाबर इंटरनेशनल के Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट को लेकर शिकायतें की जाने लगीं. इसी पर अमेरिकी की शिकागो कोर्ट में सुनवाई होनी है. अपने बालों पर तरह-तरह के केमिकल एक्सपेरिमेंट करने वाले लोगों के लिए ये खबर सावधान करने वाली है. हालांकि हम आपको ये भी बता दें कि जिन Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट के खिलाफ शिकायतें मिली हैं वो सारे प्रोडक्ट अमेरिका में ही बनाए और बेचे जाते हैं.
यानी भारत से इसका फिलहाल कोई कनेक्शन नहीं हैं. लेकिन इस तरह की खबरों से हम सावधान रहना जरूरी है. सच्चाई ये है कि ब्यूटी प्रोडक्ट में कई तरह के केमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं. कौन सा केमिकल आप क्या असर दिखा रहा है, इसका पता कई सालों बात चलता है. जहां तक Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट की बात है तो हमने इस खबर पर धर्मशिला अस्पताल के डॉक्टर अंशुमन से बात की. उनके मुताबिक इस तरह के प्रोडक्ट में Bisphenol A (बाएसफिनॉल ए) और फॉर्मेल्डि-हाइड पाया जाता है. ये दोनों की केमिकल अलग-अलग रिसर्च में कैंसर के लिए जिम्मेदार पाए गए हैं.
अक्टूबर 2022 में जब Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट में खतरनाक केमिकल वाली रिसर्च सामने आई तो उसके बाद ही लोग काफी सतर्क हो गए थे. जब इसको लेकर केस दर्ज किए जाने लगे तो यही कहा गया कि कंपनियों को केमिकल के खतरनाक होने की बात मालूम थी, उसके बावजूद उसको बनाया और बेचा जाता रहा. आरोप लगने के बाद लॉरियल ने पिछले साल ही इन आरोपों पर अपना जवाब दे दिया था.
कंपनी के मुताबिक वो उन्हें पूरा भरोसा है कि उनके प्रोडक्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं और दर्ज करवाए गए मामलों का कोई कानूनी आधार नहीं है. कंपनी की पहली प्राथमिकता उपभोक्ताओं की अच्छी सेहत और सुरक्षा है. कंपनी ने अपना ये जवाब अक्टूबर 2022 में लगाए गए आरोपों के बाद ही दे दिया था. जिन कंपनियों पर आरोप लगे थे उसमें दो भारतीय कंपनियां, गोदरेज और डाबर इंटरनेशनल भी थीं. हमने इन दोनों कंपनियों से भी इस मामले पर उनका पक्ष मांगा था. हमें गोदरेज की तरफ से जवाब मिला है.
कंपनी के मुताबिक, उन्हें विश्वास है कि उनके प्रोडक्ट सुरक्षित हैं. वो अपने प्रोडक्ट को बनाने में सुरक्षा उच्च मानदंड, और सुरक्षा से जुड़े नियम कायदों का पालन करते हैं. कंपनी के प्रोडक्ट पर लगाए गए आरोपों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. फिलहाल तीनों कंपनियों में से केवल डाबर इंटरनेशनल की ओर से हमें कोई जवाब नहीं मिला. हालांकि हमने उनका पक्ष भी जानना चाहा था. देखा जाए तो Permanant Hair Straightening प्रोडक्ट्स से कैंसर की बात सामने आने और केस दर्ज किए जाने के बाद ये तीनों बड़ी कंपनियां अदालत के घेरे में हैं. इन प्रोडक्ट्स की वजह से कैंसर होता है या नहीं, इसका जवाब वैज्ञानिक जांच ही दे सकती हैं. हालांकि कोर्ट ये तय करेगी कि प्रोडक्ट्स कितने सही या खतरनाक हैं. ब्यूटी प्रोडक्ट्स में केमिकल होते हैं, इनका असर कैसा भी हो लेकिन लोग इनका इस्तेमाल करते ही हैं. हमने इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स और लोगों की इनके प्रति चाहत को लेकर एक्सपर्ट्स से बात की.
पहले भी कई बार ब्यूटी प्रोडक्ट्स के तौर पर इस्तेमाल होने वाली केमिकल से कैंसर की बात कही जाती रही है. दिसंबर 2022 में अमेरिका की ही सेंटर फॉर डिजीज की रिसर्च में ये अंदेशा जताया गया था कि Hair Dye और दूसरे प्रोडक्ट्स में कैंसर वाले एजेंट हो सकते हैं. तो अगर आप ब्यूटी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं या फिर अपने बालों को ज्यादा खूबसूरत बनाने के लिए केमिकल वाले प्रोडक्ट यूज करते हैं तो थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है.
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