Reverse Walk Benefits: आमतौर पर जब हम किसी व्यक्ति से नाराज़ होते हैं तो ग़ुस्से में कह देते हैं कि भाई तुम उलटा क्यों चल रहे हो? लेकिन क्या आप जानते हैं कि असल में उलटा चलना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद साबित हो सकता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि उल्टा चलने से इंसान का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. उलटा चलने से व्यक्ति के पैर की हैमस्ट्रिंग मसल्स मज़बूत होती हैं जिससे घुटनों का दर्द कम होता है. 


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आर्थराइटिस के मरीज़ों को फायदा


रोज़ 10 से 15 मिनट उलटा चलने से आर्थराइटिस के मरीज़ों को बहुत फ़ायदा हो सकता है. साथ ही पीठ की मांसपेशियां मज़बूत होती हैं और उनकी फ़्लेक्सिबिलिटी बढ़ जाती है, जिससे पीठ दर्द से राहत मिलती है. उलटा चलने से घुटनों की बजाय पंजे, एड़ियों और टखनों पर दबाव ज़्यादा पड़ता है, जिससे वहां की मसल्स मजबूत होती हैं. 


बढ़ जाती है इंसान की याद्दाश्त


एड़ियां और पैरों के मसल्स मजबूत होने से इंसान का बैलेंस बेहतर होता है. कुछ स्टडीज़ से ये भी पता चला है कि उलटा चलने से व्यक्ति की याद्दाश्त बढ़ती है. साथ ही लोगों की एकाग्रता और प्रॉब्लम सॉल्विंग क्षमताओं में भी बढ़ोतरी होती है.


उलटा चलोगे तो स्वस्थ रहोगे!


उल्टा चलने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. हैमस्ट्रिंग मसल्स मज़बूत होती हैं जिससे घुटनों के दर्द से राहत मिलती है. उलटा चलने से आर्थराइटिस के मरीज़ों को फ़ायदा होता है. पीठ की मांसपेशियां मज़बूत होने से पीठ दर्द से आराम मिलता है. उलटा चलने से पंजे, एड़ियों और टखनों के मसल्स मजबूत होते हैं. एड़ियां और पैरों के मसल्स मजबूत होने से बैलेंस बेहतर होता है. उलटा चलने से व्यक्ति की याद्दाश्त बढ़ती है. एकाग्रता और प्रॉब्लम सॉल्विंग क्षमता भी बढ़ती है.


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)