नई दिल्ली: हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर माना जाता है. ये आर्टिरियल्स vessels से जुड़ा है. ये blood vessels शरीर में ब्लड फ्लो को रेगुलेट करती हैं. लेकिन जब ये blood vessels पतली हो जाती हैं, तो हार्ट को खून को पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और यही हाई ब्लड प्रेशर की वजह बनता है.


हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डॉक्टरों के मुताबिक, अगर इन  blood vessels का समय पर इलाज न किया जाए तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है. हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी साइलेंट किलर इसलिए भी है क्योंकि, इसके लक्षण आसानी से नजर नहीं आते. 


ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान


हाई ब्लड प्रेशर के कुछ लक्षण ऐसे हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए.


हाई ब्लड प्रेशर से हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, हाइपरटेंशन की दो कैटेगरी होती है- अर्जेंट और इमरजेंसी.


अर्जेंट हाइपरटेंशन में ब्लड प्रेशर हाई रहता है, लेकिन किसी अंग को नुकसान पहुंचने की संभावना नहीं होती. वहीं इमरजेंसी में ब्लड प्रेशर हाई रहता है साथ ही इससे अंगों को नुकसान पहुंचने की भी संभावना रहती है.


Eyesight में दिक्कत


शरीर में हाई ब्लड प्रेशर का एक खास वार्निंग साइन होता है, जो आपको नजर आ जाएगा. अगर आपको अचानक धुंधला दिखने लगे या Eyesight में दिक्कत महसूस होने लगे तो ये ब्लड प्रेशर की बीमारी के संकेत हो सकते हैं. 


कंफ्यूजन और सिरदर्द


ब्लड प्रेशर हाई रहने पर आपको कंफ्यूजन, सिरदर्द, छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं. 


ये भी पढ़ें: Weight Loss पर क्या होता है chia seeds का असर, खाने से पहले जान लें ये बात


स्किन पर लाल धब्बे 


इसके अलावा अगर आपको दौरे पड़ रहे हैं और स्किन पर लाल धब्बे नजर आ रहे हैं, तो भी ब्लड प्रेशर का वॉर्निंग साइन हो सकता है. 


पैरों में सूजन


अचानक पैरों में सूजन हो जाना भी हाई ब्लड प्रेशर का साइन है. वहीं अगर आपको उल्टी आती है, एंजायटी की शिकायत है, तो भी आपको सावधान हो जाना चाहिए. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं.


कैसे कंट्रोल करें हाई ब्लड प्रेशर


एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर को स्वस्थ आहार, लाइफस्टाइल और दवाओं के जरिए कंट्रोल रखा जा सकता है. रोजाना एक्सरसाइज करें और वजन को नियंत्रित रखें. स्ट्रेस न लें और धूम्रपान (Smoking) से दूर रहें.