भारत में 1 से 7 सितंबर तक 'राष्ट्रीय पोषण सप्ताह' मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोगों को पोषण के बारे में  जागरूक करना है. ऐसे में विटामिन बी-12 के बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है. विटामिन बी12 की कमी शरीर को बेजान बना देती है. क्योंकि विटामिन बी-12 ब्लड सेल्स को बनाने और डीएनए संश्लेषण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में अहम भूमिका निभाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विटामिन बी12 उन कुछ विटामिन्स में आती है, जिसे बॉडी खुद नहीं बना पता है. अर्थात इसकी मात्रा को खानपान के जरिए संतुलित रखना पड़ता है. यह विटामिन बी12 की कमी की बढ़ती समस्या का एक अहम कारण भी है.



कितना होना चाहिए विटामिन बी12

पुरुष और महिलाओं के शरीर में विटामिन बी-12 का सामान्य स्तर 200 pg/mL से 900 pg/mL के बीच होता है. बुजुर्गों में इसका स्तर 300 से 350 pg/mL के बीच होता है.  विटामिन बी12 का लेवल इससे कम होने पर व्यक्ति कई गंभीर लक्षणों का अनुभव करने लगता है. 


विटामिन बी-12 की कमी के लक्षण

आईएनएस से बातचीत में दिल्ली के ईएसआईसी (इंदिरा गांधी) अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉ. युगम प्रसाद शांडिल्य ने बताते हैं कि विटामिन बी-12 की कमी से हाथों में झनझनाहट, मुंह में अल्सर, अत्यधिक थकान या कमजोरी और एंजाइटी जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं. इसके साथ ही सिरदर्द, बेहोशी, हाथ-पैरों में दर्द और देखने में कठिनाई जैसे समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा विटामिन बी-12 की कमी से एनीमिया और दिमाग से जुड़ी बीमारियों का खतरा, खराब डाइजेशन, हड्डियों की कमजोरी भी एक प्रमुख समस्या हो सकती है.

इसे भी पढ़ें- कंकाल बना छोड़ेगी विटामिन B12 की कमी, रात में दिखे ये 5 संकेत तो तुरंत भागें डॉक्टर के पास


 


विटामिन बी12 की कमी दूर करने के उपाय

विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना आवश्यक है. इनमें पोर्क, लिवर, अंडे, फोर्टिफाइड अनाज, दूध, क्लैम्स, ऑइस्टर, टूना और सैल्मन शामिल हैं. ये सभी विटामिन बी-12 के अच्छे स्रोत माने जाते हैं और इन्हें नियमित रूप से भोजन में शामिल करने से विटामिन बी-12 की कमी को रोका जा सकता है.


इस बात का ध्यान रखें

यदि आप विटामिन बी-12 की कमी से संबंधित किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें. विटामिन बी-12 की कमी की समस्या को जल्दी पहचानना और उसका इलाज करना महत्वपूर्ण है ताकि इससे जुड़ी जटिलताओं से बचा जा सके.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.