दिल के मरीजों व मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोग अकसर चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करने लगते हैं. फिटनेस के प्रति जागरूक लोग भी अकसर डायटरी ड्रिंक्स और आर्टिफिशियल शुगर से बनी चीजों का सेवन करते दिखाई दे जाते हैं. पर हालिया अध्ययन के अनुसार, अधिक मात्रा में आर्टिफिशियल शुगर से बनी चीजों का सेवन दिल के मरीजों की आशंका बढ़ा सकता है.


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ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपे इस अध्ययन के अनुसार, कार्डियोवैस्कुलर रोगों का खतरा न सिर्फ पेय पदार्थों में शामिल आर्टिफिशियल शुगर से बढ़ सकता है, बल्कि आर्टिफिशियल स्वीटनर वाले बेकरी प्रोडक्ट, डेयरी उत्पाद आदि भी इसमें शामिल हैं. दुनियाभर में इस संबंध में सेहत से जुड़ी संस्थाओं द्वारा चिंता जतायी जाती रही है. हालांकि, विशेषज्ञों की मानें तो सावधानी के साथ थोड़ी मात्रा में सेवन करना ठीक है, पर अधिक मात्रा में आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन नुकसान जरूर पहुंचा सकता है. आर्टिफिशियल शुगर से वजन नहीं बढ़ता, यह बात भी सही नहीं है. हालांकि, यह नुकसान रिफाइंड शुगर की तुलना में कम होता है. पर, बेहतर है कि दोनों तरह की मिठास कम ही ली जाए.


आर्टिफिशियल शुगर के ज्यादा सेवन से नुकसान
टाइप 2 डायबिटीज: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि आर्टिफिशियल शुगर टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है.
दिल की बीमारी: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि आर्टिफिशियल शुगर दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकती है.
कैंसर: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि आर्टिफिशियल शुगर कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है.
पाचन समस्याएं: आर्टिफिशियल शुगर कुछ लोगों में पाचन समस्याओं का कारण बन सकती है, जैसे कि गैस, सूजन और दस्त.
डिप्रेशन: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि आर्टिफिशियल शुगर डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ा सकती है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.