Colour Your Old Cloths: कपड़े हमारी पर्सनालिटी और फैशन का सबसे अहम हिस्सा होते हैं, लेकिन समय के साथ ये अपनी चमक और रंगत खो देते हैं, जिन्हें डिस्कलर क्लोथ कहा जाता है. ऐसे कपड़ों को फेंकने के बजाय, आप उन्हें फिर से रंग कर नया जीवन दे सकते हैं. मार्केट में कई ऐसी जगहें हैं जहां पुराने या डिस्कलर हो चुके कपड़ों को फिर से रंगवाया जा सकता है. हालांकि कपड़े कलर कराते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि नतीजा संतोषजनक और लंबे समय तक टिकने वाला हो.


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1. कपड़े की क्वालिटी चेक करें

कपड़ा रंगवाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि जिस कपड़े को आप रंगवाना चाहते हैं, उसकी क्वालिटी अच्छी हो. कुछ कपड़े बहुत पतले या कमजोर होते हैं, जो रंगाई के दौरान और भी खराब हो सकते हैं. सूती और लिनेन जैसे नैचुरल फाइबर के कपड़े आसानी से रंग पकड़ते हैं, जबकि सिंथेटिक फाइबर जैसे पॉलिएस्टर या नायलॉन पर रंगाई का असर कम हो सकता है.


2. सही डाई का चुनें

कपड़े के टाइप के बेसिस पर सही डाई का चुनाव करना जरूरी है. मार्केट में अलग-अलग प्रकार की डाई उपलब्ध होती हैं, जैसे रेएक्टिव डाई, एसिड डाई, या डायरेक्ट डाई. एक्सपर्ट की सलाह लें और ये सुनिश्चित करें कि आपके कपड़े के लिए उपयुक्त डाई का इस्तेमाल किया जाए, ताकि रंग पक्के हों और धुलने के बाद भी फीका न पड़े.


3. प्रोफेशनल डायर का चुनाव करें

मार्केट में कपड़े रंगवाने के लिए आपको एक अच्छे और अनुभवी प्रोफेशनल डायर की जरूरत होती है. ऐसे डायर का चुनाव करें जिसकी पहले से अच्छी रिव्यू हो और जिसने कई ग्राहकों को मन लायक सेवा दी हो. गलत तरीके से की गई रंगाई कपड़े को पूरी तरह खराब कर सकती है, इसलिए तजुर्बेकार और एक्सपर्ट को ही चुनें.



4. कपड़े की देखभाल के निर्देश पूछें

कपड़ा रंगवाने के बाद उसकी देखभाल के तरीके को लेकर भी जानकारी लें. हर डाई और कपड़ा अलग-अलग देखभाल की मांग करता है. रंगाई के बाद कपड़े को हल्के डिटर्जेंट से धोएं और धूप में सुखाएं. ज्यादा रगड़कर धोने या ब्लीच के इस्तेमाल से बचें, ताकि रंग लंबे समय तक टिक सके.