Good Sleep: रातों को नहीं आती सुकून भरी नींद? 4-7-8 स्लीप मेथड को करें ट्राई
How to get Good Sleep: अगर रातों को चैन की नींद न आए तो अलगे दिन सुस्ती और थकान का सामना करना पड़ता है, इसके लिए सेलिब्रिटी डॉक्टर ने एक नायाब टिप्स बताया है.
4-7-8 Sleep Method: खाने-पीने और सांस लेने की तरह जिंदगी के लिए नींद भी बेहद जरूरी है. दुनियाभर में की रिसर्च के मुताबिक एक हेल्दी एडल्ट को एक दिन में करीब 8 घंटे चैन से सोना चाहिए, तभी उसकी सेहत ठीक रह सकती है. अगर आप ऐसा नहीं करते तो मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है. अक्सर आपने देखा होगा कई लोगों को देर रात तक नींद नहीं आती और सुबह भी वो देर से उठ पाते हैं, लेकिन एक ट्रिक के जरिए आपकी दिक्कत तुरंत दूर हो सकती है.
आखिर नींद क्यों नहीं आती?
आमतौर पर टेंशन और डिप्रेशन की वजह से रातों को सही वक्त पर नींद नहीं आती, लेकिन अगर आप चाय और कॉफी जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थ का सेवन करते हैं ये दिक्कत आ सकती है. कुछ मेडिकल कंडीशन हैं जो नींद न आने के लिए जिम्मेदार होती हैं, जैसे इनसोमनिया (Insomnia), स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) और डिहाइड्रेशन (Dehydration). कुछ लोग देर रात तक मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं जिससे नींद की कमी हो सकती है. इससे बचने के लिए आप 4-7-8 स्लीप मेथड को ट्राई कर सकते हैं
क्या है 4-7-8 स्लीप मेथड?
जो लोग नींद न आने की समस्या से परेशान हैं वो 4-7-8 स्लीप मेथड को अपना सकते हैं, इसमें सांसों को कंट्रोल करके अच्छी नींद लाने की बात बताई गई है. अमेरिका के सेलिब्रिटी डॉक्टर एंड्रयू वील ने एक टीवी शो में कहा, 'इस तरीके को ट्राई करने के दौरान आपको को सबसे पहले अपने जुबान से ऊपर के सामने वाले दांतों के पीछे टच करना है. फिर नाक के जरिए एक से चार बार सांस लें. अब करीब 7 सेकेंड तक के लिए सांसों को रोकें. इस दौरान आप मन ही मन 7 तक काउंट करें और आखिर में 8 सेकेंड तक पूरी ताकत के साथ सांस छोड़ते रहें. अगर सांस छोड़ते हुए सरसराहट जैसी आवाज आए तो चिंता की बात नही. इस प्रॉसेस को करीब 4 बार दोहराए. शुरुआती 4 महीनों के बाद आप इस तकनीक को 8 बार रिपीट करें. लगातार प्रैक्टिस से आप इस काम में परफेक्ट हो जाएंगे.'
डॉक्टर एंड्रयू वील ने बताया कि इस मेथड से रात को सोना आसान हो जाता है और जिन लोगों की नींद बीच में टूट जाती है तो उनके लिए भी ये तरीका काफी कारगर है. इसके जरिए आप टेंशन को दूर भगा सकते हैं और साथ ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को कंट्रोल कर सकते है. भले ही इस मेथड को लेकर कुछ पुख्ता रिसर्च नहीं की गई है, लेकिन कई लोग इस तरीके का इस्तेमाल करते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.