Roti for arthritis pain: हम जब भोजन करते हैं, तो हमारे शरीर में प्रोटीन को पचाकर प्यूरिन नामक पदार्थ बनता है. प्यूरिन टूटने से यूरिक एसिड बनता है, जो शरीर का एक गंदगी है. यूरिक एसिड खून के माध्यम से किडनी तक जाता है और पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है. एक स्वस्थ व्यक्ति में यूरिक एसिड का स्तर 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) होता है. वयस्क महिलाओं में यह 2.6 से 6.0 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर होता है. जब यूरिक एसिड का लेवल इससे अधिक हो जाता है, तो यह गठिया जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है. गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन होती है. गठिया के दर्द को कम करने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्वार एक सुपरफूड है जिसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं. ये शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को भी कम करते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के अध्ययन में पाया गया है कि ज्वार, बाजरा और अन्य मोटे अनाज से बनी रोटियां यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालती हैं. अध्ययन के मुताबिक, इन अनाज में सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो यूरिक एसिड को अवशोषित कर लेता है और इसे शरीर से बाहर निकाल देता है.


अजवाइन होगा फायदेमंद
अजवाइन एक आम मसाला है जिसका उपयोग आमतौर पर पेट की गैस और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है. हालांकि, अध्ययनों से पता चला है कि अजवाइन का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को भी कम कर सकता है. अजवाइन में ओमेगा-3 फैटी एसिड और डाइयूरेटिक गुण होते हैं. ये गुण किडनी में अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इससे यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है. अजवाइन में मौजूद तत्व खून को क्षारीय भी बनाते हैं, जिससे सूजन कम होती है.


दोनों का मिलाने का तरीका
रिसर्च के मुताबिक, अजवाइन और ज्वार या बाजरे की रोटियां यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकती हैं. आप इन दोनों को मिलाकर खा सकते हैं. इसके लिए, पहले ज्वार या बाजरे के आटे में अजवाइन मिला दें. फिर इस आटे से रोटियां बनाएं। यदि आप घी के साथ बाजरे की रोटियां खाना चाहते हैं, तो पहले रोटी बना लें और फिर घी को मिलाने के समय इसके उपर अजवाइन को बारीकी से छिड़क दें. इससे आपकी रोटियां बेहद स्वादिष्ट लगेंगी.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.