Constipation Side Effects: बाजरे की रोटी सभी पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं माना जाता है. बाजरा फाइबर, अमीनो एसिड, विटामिन बी और कई आवश्यक खनिजों से भरपूर होता है. अगर आप ग्लूटेन फ्री भोजन को ज्यादा पसंद करते हैं, तो बाजरा की रोटी या बाटी सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है. इसके कई फायदों के बावजूद कई लोग बाजरे का सेवन करने के बाद कब्ज और पेट फूलने की शिकायत करते हैं. आइए जानते हैं अगर बाजरे के सेवन के बाद कब्ज की स्थिति पैदा होती है, तो क्या करना चाहिए.


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किन लोगों को बाजरा नहीं खाना चाहिए


बदलते मौसम में कई लोग गेहूं की रोटी को छोड़ बाजरे के रोटी का विकल्प चुनते हैं क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होता है. इससे इम्युनिटी बढ़ती है और अंदुरुनी ताकत के लिए रामबाण माना जाता है. आज भी गांव के लोग बाजरे की रोटी को खूब चाव से खाते हैं क्योंकि इसे खाने के अनेकों फायदे हैं. लेकिन अगर आपको सांस की बीमारी की समस्या है तो बाजरे की रोटी खाने से बचें. वहीं कई लोग पुराने कब्ज और एसिडिटी से परेशान हैं, उन्हें भी बाजरे की रोटी से दूरी बना लेनी चाहिए.


बाजरा खाने के टिप्स


बाजरे की वजह से होने वाली कब्ज और सूजन को रोकने के लिए इन आसान टिप्स को फॉलो करने की सलाह दी जाती है.


- याद रखें कि इन्हें कम से कम पांच से छह घंटे के लिए भिगो दें.


- बाजरे की रोटी खाते समय पकी हुई सब्जियों को अधिक शामिल करें.


- पकाते समय घी, सेंधा नमक और सोंठ का पाउडर डालें.



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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