सोशल मीडिया के अनसेफ कंटेंट बच्चों पर डालता है गहरा असर, पेरेंट्स फॉलो करें ये 6 टिप्स
आज के समय में हर घर में स्मार्टफोन और इंटरनेट पहुंच चुका है. मगर सोशल मीडिया की खुली दुनिया में कई तरह की कॉन्टेंट मौजूद हैं, जो बच्चों के लिए नुकसानदेह भी हो सकती हैं. आइए जानते हैं ऐसे 6 टिप्स जो पेरेंट्स को बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए फॉलो करना चाहिए.
आज का डिजिटल युग में हर घर में स्मार्टफोन और इंटरनेट पहुंच चुका है. ऐसे में बच्चे भी कम उम्र से ही सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ रहे हैं. मगर सोशल मीडिया की खुली दुनिया में कई तरह की कॉन्टेंट मौजूद हैं, जो बच्चों के लिए नुकसानदेह भी हो सकती हैं. ऐसे में माता-पिता या पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों को डिजिटल दुनिया को ठीक तरीके से इस्तेमाल करना सिखाएं. आइए जानते हैं कि किन तरीकों पेरेंट्स सोशल मीडिया इस्तेमाल करने के संबंध में बच्चों से डील कर सकते हैं.
डिजिटल लिटरेसी बढ़ाएं
बच्चों से डिजिटल लिटरेसी के बारे में खुलकर बात करें. इससे बचने के लिए ये सबसे पहला कदम है. उन्हें ऑनलाइन खतरों, सोशल मीडिया के फायदा नुकसान और ऑनलाइन नेचर के बारे में बताएं.
खुलकर बातचीत करें
बच्चों के साथ सोशल मीडिया के इस्तेमाल के बारे में खुलकर बातचीत करें. उन्हें यह बताएं कि वे ऑनलाइन किन कॉन्टेंट को शेयर कर सकते हैं और किससे कर सकते हैं. साथ ही, किसी भी तरह की परेशानी होने पर आपसे बेझिझक बात करने के लिए प्रेरित करें.
अच्छे से उपयोग करना सिखाए
बच्चों को समझदारी से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना सिखाएं. उन्हें कुछ घटनाओं का उदाहरण भी बताएं जो सोशल के माध्यम से गलत हुआ हो. उन्हें बताएं कि हर चीज को ऑनलाइन शेयर करने की जरूरत नहीं है. ऑनलाइन कॉन्टेंट को परखना और सही-गलत की पहचान करना सिखाएं.
इमोशनल इंटेलिजेंस विकसित करें
बच्चों की इमोशनल इंटेलिजेंस विकसित करना बहुत जरूरी होता है, जिससे वे ऑनलाइन किसी भी परेशानी का सामना करते समय सही फैसले ले सकें. उन्हें साइबर बुलिंग को पहचानना और उससे निपटना सिखाएं. साथ ही ये भी पूछे कि कहीं वो भी किसी के साइबर बुलिंग का हिस्सा तो नहीं बन रहा है.
गिफ्ट में स्मार्ट फोन देने से बचें
बच्चों को गिफ्ट में सिर्फ स्मार्ट फोन देना कहीं न कहीं सोशल मीडिया के और नजदीक भेजने का एक तरीका है. सोशल मीडिया का एल्गोरिदम ऐसा होता है कि बच्चों को आसानी इसकी आदत लग जाती है. खुद का स्मार्ट फोन होने से उन्हें सोशल मीडिया पर एक्सप्लोर करने का और अधिक समय मिल जाता है.
सोशल मीडिया इस्तेमाल करने का टाइम लिमिट रखें
डिजिटल दुनिया एक वरदान है लेकिन इसका सही इस्तेमाल करना सिखाएं नहीं तो ये आपके लाडले के लिए अभिशाप भी बन सकता है. उनकी ऑनलाइन गतिविधियों में पर नजर रखें, और उन्हें गलतियों पर समझाएं कि वो कहां गलत कर रहे हैं. उनकी निजता का ध्यान रखते हुए उन्हें सोशल मीडिया पर होने वाले फ्रॉड के बारे में भी सचेत करें. सबसे जरूरी बात सोशल मीडिया इस्तेमाल करने का एक टाइम लिमिट डिसाइड करें.