गुड़ भारतीय रसोई का एक अभिन्न हिस्सा है. इसे मिठास और पोषण का प्रतीक माना जाता है. मकर संक्रांति के तिलगुड़ लड्डू से लेकर दिवाली के लड्डू और चक्की तक, गुड़ हर मिठाई में अपनी जगह बनाए हुए है. लेकिन क्या बाजार से खरीदा गया गुड़ शुद्ध है? यह सवाल हर ग्राहक के मन में आता है, क्योंकि आजकल बाजार में गुड़ में मिलावट आम हो गई है.


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मिलावट के कारण गुड़ में उसकी नेचुरल क्वालिटी खत्म हो जाती है और यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. ऐसे में शुद्ध गुड़ की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे आप असली और नकली गुड़ की पहचान कर सकते हैं.


1. रंग पर दें ध्यान
शुद्ध गुड़ का रंग हल्का भूरा या सुनहरा पीला होता है. अगर गुड़ का रंग ज्यादा चमकीला और आकर्षक लगे, तो उसमें आर्टिफिशियल रंग मिलाए जाने की संभावना हो सकती है. इसके टेस्ट के लिए एक छोटे टुकड़े को पानी में घोलें. अगर पानी का रंग बदलता है, तो उसमें रंग मिलाया गया है. शुद्ध गुड़ बिना रंग छोड़े पानी में घुल जाता है.


2. चाक पाउडर और सोडा की मिलावट की पहचान
गुड़ में वजन बढ़ाने के लिए कभी-कभी चाक पाउडर या वॉशिंग सोडा मिलाया जाता है. इसे पहचानने के लिए गुड़ का एक टुकड़ा पानी में घोलें. अगर पानी के नीचे सफेद अवशेष दिखाई दें, तो उसमें मिलावट हो सकती है. शुद्ध गुड़ पूरी तरह घुल जाता है और कोई अवशेष नहीं छोड़ता.


3. बनावट और कठोरता की जांच करें
गुड़ की बनावट भी उसकी शुद्धता का संकेत देती है. शुद्ध गुड़ हल्का मुलायम, आसानी से टूटने वाला और थोड़ा चिपचिपा होता है. वहीं, नकली गुड़ ज्यादा कठोर और दानेदार महसूस हो सकता है, क्योंकि इसमें चीनी क्रिस्टल या अन्य रसायन मिलाए जाते हैं.


4. सल्फर कंपाउंड की पहचान
गुड़ को आकर्षक दिखाने और शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए सल्फर कंपाउंड का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी जांच के लिए गुड़ को पानी में घोलें और उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें डालें. अगर झाग या बुलबुले बनते हैं, तो यह सल्फर की मिलावट का संकेत हो सकता है.


5. स्वाद और खुशबू पर ध्यान दें
शुद्ध गुड़ का स्वाद मिठास और मिट्टी की हल्की महक लिए होता है. अगर गुड़ का स्वाद अत्यधिक मीठा, रासायनिक या तीखा लगे, तो वह मिलावटी हो सकता है.


6. पिघलने के गुण की जांच करें
शुद्ध गुड़ गर्म करने पर समान रूप से पिघलता है और एक गाढ़ा तरल बनाता है. नकली गुड़ पिघलने पर चीनी क्रिस्टल या अवशेष छोड़ सकता है.


FSSAI की सलाह
खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अनुसार, शुद्ध गुड़ हमेशा गहरे रंग का होता है. बाजार में बिकने वाले सुनहरे पीले गुड़ से बचने की सलाह दी जाती है. एफएसएसएआई के अनुसार, मिलावट से न केवल गुड़ की पोषण गुणवत्ता खत्म हो जाती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी खतरनाक है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.