चाट, भारतीय स्ट्रीट फूड का राजा है, जिसका स्वाद हर किसी को लुभाता है. इसका लजीज स्वाद, मसालों का तड़का, अलग-अलग रुपों में मिलने वाला ये स्ट्रीट फूड किसी का भी मन मोह लेता है. लेकिन, ज्यादा प्यार कभी-कभी परेशानी भी लाता है. खासकर जब बात हो खाने की और वो भी चाट जैसी अनहेल्दी चीजों की.


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पसंदीदा चीजों का भी आनंद लेते हुए संतुलित और हेल्दी डाइट बनाए रखना जरूरी है. खासकर तब, जब आप चाट के शौकीन हों. एक्सपर्ट के मुताबिक, सड़क किनारे मिलने वाली इस चाट में दही, स्प्राउट्स, जीरा, हींग जैसे पाचन को बढ़ाने वाले मसाले और इमली जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे हैं. लेकिन, ज्यादातर चाट तेल में तली होती हैं और उनमें रिफाइंड मैदा का इस्तेमाल होता है, जिससे उनकी सेहत पर सवाल खड़ा होता है. तो अगर आप चाट के दीवाने हैं, तो ये कुछ बातें जरूर ध्यान रखें.


समय का ध्यान रखें
ज्यादातर चाट डीप फ्राई होती हैं और उसमें मैदा का इस्तेमाल होता है, इसलिए चाट खाने का सबसे अच्छा समय सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक ही है. शाम 5 बजे के बाद चाट खाने से बचें.


लंच के लिए चुनें हेल्दी चाट
एक्सपर्ट के अनुसार, राज कचौरी, रगड़ा पट्टीस, छोले टिक्की जैसे हेल्दी चाट विकल्पों को लंच के तौर पर खाया जा सकता है.


एयर फ्राइड ना, मॉडरेशन हां
तली हुई चीजों के एयर-फ्राइड वर्जन का चुनाव बिल्कुल न करें. बल्कि, उन्हें उसी रूप में खाएं लेकिन कम मात्रा में (7 या 15 दिन में एक बार) और बेफिक्र होकर उनका स्वाद लें.


इन बातों का भी रखें ध्यान
- चाट को कभी भी रोजाना की डाइट का हिस्सा न बनाएं.
- तेल में तली चीजों की मात्रा को सीमित रखें.
- ताजी सब्जियों और दही का इस्तेमाल करें.
- चाट को घर पर बनाने की कोशिश करें, ताकि आप सामग्री और पकाने की विधि को नियंत्रित कर सकें.
- बैलेंस डाइट के साथ नियमित व्यायाम करें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.