नई दिल्ली: अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए महिलाएं न जाने कितनी कोशिशें करती हैं. इसके लिए वे अच्छे से अच्छे ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से लेकर नए ट्रीटमेंट का सहारा भी लेती हैं. आज-कल चेहरे की सुंदरता को बनाए रखने के लिए कई तरह के ट्रीटमेंट चलन में हैं, जिनका इस्तेमाल काफी महिलाएं कर रही हैं. इन ब्यूटी ट्रीटमेंट में आईशैडो एक्सटेंशन (Eyeshadown Extension), आईलाइनर टैटूज (Eyeliner Tattoos) और लिप ब्लशिंग (Lip Blushing) आदि शामिल हैं.


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इन ब्यूटी ट्रीटमेंट में से एक लिप ब्लशिंग के जरिए होंठों को अधिक आकर्षक बनाया जाता है. होंठों का यह ट्रीटमेंट काफी चलन में है. तो आइए जानें, क्या है यह लिप ब्लशिंग ट्रीटमेंट और किस तरह से इस प्रोसेस से होंठों को सुंदर बनाया जाता है.


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क्या है लिप ब्लशिंग ट्रीटमेंट
होंठों को नेचुरली खूबसूरत बनाने वाला लिप ब्लशिंग ट्रीटमेंट (Lip Blushing Treatment) एक सेमी परमानेंट मेकअप (Semi Permanent Makeup) प्रोसीजर है. इस ट्रीटमेंट के दौरान किसी तरह का दर्द महसूस नहीं होता है. इससे होंठ बनावटी नहीं लगते हैं बल्कि कुदरती सुंदर दिखाई देते हैं. इसको कराने के बाद होंठों का नेचुरल रंग काफी आकर्षक हो जाता है. यह ट्रीटमेंट लगभग एक साल तक काम करता है.


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कैसे किया जाता है लिप ब्लशिंग ट्रीटमेंट
इस ट्रीटमेंट के दौरान होंठों पर सुइयों की सहायता से पिगमेंटेड इंक (Pigmented Ink) डिपॉजिट की जाती है. इससे होंठ फुल नजर आने लगते हैं. इसके बाद टिंट्स (Tints) से होंठों को नेचुरल लुक दिया जाता है. लिप ब्लशिंग प्रोसेस में डिफाइंड लिप लाइन (Defined Lip Line) भी बनाई जाती है. कम दर्द महसूस होने की वजह से लिप्स पर टैटू (Tattoo) बनवाने के बजाय महिलाएं लिप्स ब्लशिंग ट्रीटमेंट को प्राथमिकता दे रही हैं.


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लिप टैटू या लिप फिलर्स से बेहतर है ट्रीटमेंट
अक्सर महिलाएं लिप ब्लशिंग को लिप टैटू या लिप फिलर (Lip Filler) ही समझ बैठती हैं. वास्तव में ये दोनों ब्यूटी ट्रीटमेंट एक-दूसरे से काफी अलग हैं. टैटू या लिप फिलर्स कराने में दर्द होता है. लिप फिलर्स को हर तीन महीने के बाद रीफिल करवाने की भी आवश्यकता पड़ती है. वहीं लिप ब्लशिंग ट्रीटमेंट में आपके होंठों के रंग से मैचिंग रंग का प्रयोग किया जाता है. इससे आपके होंठों पर कोई बनावटीपन नहीं आता. ये प्राकृतिक रूप से खूबसूरत दिखने लगते हैं.


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लिप्स ब्लशिंग को हील होने में तीन से पांच दिन का समय लग जाता है. इस ट्रीटमेंट को करवाने के बाद कम से कम दो साल तक रीटच (Retouch) करवाने की कोई आवश्यकता नहीं होती.


लिप ब्लशिंग टिप्स
लिप ब्लशिंग करवाते समय महिलाओं को कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए.
1. लिप ब्लशिंग करवाने से पहले आपको अपने होंठों से मैच करते हुए शेड का चयन करना होगा. इसके लिए आपको एस्थेटिशियन से बात कर लेनी चाहिए. आमतौर पर इस ब्यूटी ट्रीटमेंट को कराते समय महिलाएं नेचुरल शेड का ही चयन करती हैं.
2. इस ट्रीटमेंट में अपने होंठों से मेल खाता नेचुरल शेड ही लगवाना चाहिए. हो सके तो डार्क शेड के बजाय लाइट शेड अपने होंठों पर करवाएं.


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3. इससे आपको दो फायदे होंगे, पहला तो आपके होंठ नेचुरल खूबसूरत दिखेंगे. दूसरा, जब आप कोई डार्क शेड की लिपस्टिक लगाएंगे तो वह उभर कर आएगी.
4. लिप ब्लशिंग करवाने से पहले आप खुद को थोड़ा तैयार कर लें. इस ट्रीटमेंट में आपके होंठों को सुन्न करके एक क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है. इससे हल्की सी झनझनाहट महसूस हो सकती है.
यह ट्रीटमेंट हमेशा किसी एक्सपर्ट से ही करवाएं. इससे आपको साइड इफेक्ट्स का सामना नहीं करना पड़ेगा.


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