Reason Behind Breaking Of Eyelashes: आई लैशेज हमारे चेहरे की खूबसूरती  में एकअहम भूमिका निभाती हैं. अगर पलकें भरी हो तो आंखों को डीप और अट्रैक्टिव लुक देती हैं. लेकिन कई लोग लैशेज के झड़ने की समस्यां से जूझ रहें हैं. इसके कई सारे कारण हो सकते हैं. जैसे कि उनका अनहेल्दी लाइफस्टाइल, बढ़ता पॉल्यूशन जैसी समस्याएंआज हम इसी पर आर्टिकल में  आपको बताएंगे की किन कारणों की वजह से लैशेज टूट रही हैं. 


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आई लैशेज टूटने की वजह


1. बढ़ती उम्र 
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर के बाकी हिस्सों की तरह हमारी आई लैशेज में भी चेंजेज आने लगते हैं. पलकों की ग्रोथ स्लो हो जाती है, और फॉलिकल्स कमजोर हो सकते हैं, जिससे बाल झड़ने की परेशानी बढ़ जाती है. इस नेचुरल एजिंग के प्रोसेस के कारण लैशेज पतली हो सकती हैं, जो कमजोर होकर टूटने लगती हैं. 


2. आंखों को जोरों से रगड़ना 
आंखों को जोर से रगड़ने से हेयर फॉलिकल्स डैमेज हो जाती हैं और वो झड़ने लगती हैं.  रब करने से होने वाला फ्रिक्शन पलकों को कमजोर कर सकता है, जिससे उनके गिरने के चांसेस बढ़ जाते है.खासकर मेकअप हटाते समय अपनी आंखों को रगड़ने से बचें.


3. मेकअप हटाकर सोएं 
मेकअप से जुड़ी कुछ आदतें पलकों के झड़ने का कारण बन सकती हैं. पुराना या एक्सपायर हो चुका मस्कारा इस्तेमाल करने से पलकें कमजोर हो सकती हैं और आसानी से टूट जाती हैं. इसके अलावा, सोने से पहले मेकअप न हटाने से लैशेज में सूजन हो सकती है.


3. स्ट्रेस 
लगातार स्ट्रेस से नेचुरल हेयर ग्रोथ डिस्टर्ब हो सकती है.  जिसमें लैशेज की ग्रोथ भी शामिल होती है. टेंशन से कोर्टिसोल का लेवल बढ़ सकता है, ये एक ऐसा हार्मोन है जो बालों के विकास को रोकने का काम करता है और पलकों सहित हेयरफॉल जैसी परेशानियां को बढ़ावा देता है. 


4. मेडिकल कंडीशंस
कई मेडिकल कंडीशंस लैशेज के झड़ने का कारण बन सकती हैं, जिसमें एलोपेसिया एरीटा भी शामिल है, जो एक ऐसी कंडीशन है जो पैच में हेयर फॉल का रिजन बनती है. हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म जैसे थायरॉयड भी लैशज की ग्रोथ को रोकने का काम करती हैं.


5. न्यूट्रिशनल डेफिशियेंसी 
विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन जैसे जरूरी न्यूट्रिशनल एलिमेंट्स की डाइट में कमी होना और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे हेल्दी न्यूट्रिशन को न लेना जो हेयर्स की ग्रोथ में बहुत जरूरी होते हैं. जिसमें पलकें भी शामिल हैं. इन्हीं वजह से ये परेशानियां हो सकती हैं. इसके लिए अपनी डेली डाइट में हेल्दी मील और एलिमेंट्स शामिल करें.


 


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)