Menopause Symptoms: जानिए क्या होते हैं मेनोपॉज सिम्पटम्स? डायबिटीज मरीजों पर होता ऐसा असर
Diabetes And Bloods Sugar: कुछ चीजों का लगातार सेवन करने से शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है क्योंकि शुगर एक ऐसी बीमारी है, जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता. लेकिन इसे अपने कंट्रोल में रख सकते हैं.
Menopause Risk For Diabetes Patient: डायबिटीज के मरीजों को शुगर कंट्रोल में रखने के लिए कुछ खाद्य पदार्थ का कम सेवन करने को कहा जाता है. तमाम तरह की हेल्दी डाइट, नींद की अच्छी दिनचर्या और रोजाना व्यायाम करने की सलाह दी जाती है. इन तरह की चीजों का लगातार सेवन करने से शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है. क्योंकि शुगर एक ऐसी बीमारी है, जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता. लेकिन इसे अपने कंट्रोल में रख सकते हैं. लेकिन क्या आपको पता है मेनोपॉज (Menopause) ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है. इसका बुरा प्रभाव शुगर के मरीजों में ज्यादा देखने को मिल सकता है.
इसका क्या कारण है?
जीने से लेकर मरने तक के सफर में हार्मोन्स का काम अहम होता है. यानी आज तक आप जो करते हैं जैसे सोचना, सपना देखना, नेगेटिविटी, पॉजिटिविटी ये सब कुछ हार्मोन्स के द्वारा ही होता है. इसी तरह जब कई तरह की एस्ट्रोजन नामक हार्मोन्स की महिलाओं के शरीर में कमी होती है तो महिलाएं मेनोपॉज के चपेट में आ जाती हैं. इसका सीधा मतलब होता है कि जब अचानक 12 महीनों तक महिलाओं को पीरियड्स नहीं आते हैं तो उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ता है. यानी प्रेग्नेंसी के लिए एस्ट्रोजन की अहम भूमिका होती है. इसका काम है शरीर के अंडाशय में उत्पादन करना और गंदे ब्लड को शरीर से बाहर निकालना, जिसे हर महीने पीरियड्स कहा जाता है. कम एस्ट्रोजन के स्तर के वजह से इंसुलिन बनना कम हो सकता है जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है.
इस स्थिति में हमें क्या करना चाहिए?
अच्छी डाइट
आप सबसे ज्यादा अपने डाइट को मजबूत बनाने पर ध्यान दें. जिससे आपको फाइबर, मैक्रो, मैक्रोन्युट्रिएंट्स प्रोटीन भरपूर मिलें, जिसमें कम कैलोरी हो. इसके लिए आप अपने डॉक्टर डाइटीशियन की भी सलाह लें सकते हैं.
वॉक जरूर करें
अगर आपके पास जिम जानें का समय नहीं है. तो आपको रोजाना 60-90 मिनट पैदल चलने की सलाह दी जाती है. जिससे वजन कम करने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपकी मांसपेशियां आपके शरीर में शर्करा का उपयोग करती है. जिससे ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद मिलती है.
तनाव को नियंत्रित करना
आज कल के लोग तनावपूर्ण जीवन बिता रहे हैं जो स्वाथ्य और दिमाग दोनों बीमार कर सकती है. जब आप तनाव में होते हैं तो आपका शरीर एपिनेफ्रीन और कोर्टिसोल ग्लूकागन जैसे हार्मोन का उत्पाद करता है. जो इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाने का काम करता है. इसलिए तनाव मुक्त रहने के लिए रोजाना खूब नींद लें, पानी पिए, बेरीज का सेवन करें और व्यायाम या मेडिटेशन करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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