हजारों सालों से प्राचीन परंपराएं और दार्शनिक इस बात पर जोर देते आ रहे हैं कि हमारे विचारों का हमारी शारीरिक सेहत पर गहरा असर पड़ता है. अब आधुनिक विज्ञान भी इस बात को सच साबित कर रहा है.