किसी Omicron Positive के संपर्क में आने के बाद जरूर करें ये 4 काम
कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव और लक्षणों को गंभीर होने से रोकने के लिए इन बातों का खास ख्याल रखें.
Omicron Variant: कोरोना के नए मामलों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस के घातक वेरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. अगर आपको इसके कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत जांच कराएं. सर्दियों में फ्लू और सर्दी के लक्षणों का ज्यादा खतरा होता है, इसलिए इन लक्षणों को भी नजरअंदाज न करें. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ओमिक्रॉन एक ऐसा वेरिएंट है, जो टीका लगवा चुके लोगों को भी चपेट में ले रहा है. अगर आपको लगता है कि आप किसी ओमिक्रॉन पॉजिटिव के संपर्क में आए हैं या आपको हल्के लक्षण हैं, तो इन बातों को फॉलो करें.
लक्षणों को न करें नजरअंदाज
सीडीसी के अनुसार, अगर बुखार या ठंड लगना, खांसी, सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई, थकान, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, सिरदर्द, स्वाद या गंध का न महसूस होना, गले में खराश, बहती नाक, मतली या उलटी और दस्त जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच कराएं.
एक्सपोजर के बाद
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि किसी कोरोना पीड़ित के संपर्क में आने के पांच दिन बाद या जैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं तुरंत टेस्ट कराएं. जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती, खुद को सबसे अलग रखें. इसके अलावा अगर लक्षण महसूस हो रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है तो भी बार-बार टेस्ट कराते रहें.
खुद को तुरंत सबसे अलग करें
सीडीसी के गाइडलाइंस के अनुसार, किसी व्यक्ति के वायरस के संपर्क में आने के दो से 14 दिनों के भीतर कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हो सकते हैं. यही वजह है कि सबसे पहले जांच करानी चाहिए और फिर खुद को सबसे अलग कर लेना चाहिए. हालांकि कुछ लोगों को लक्षण महसूस नहीं होते. ऐसे में वो अनजाने में वायरस फैला सकते हैं.
शुरुआती दो-तीन दिन ज्यादा सतर्क रहें
सीडीसी के मुताबिक, कोविड-19 के फैलने की क्रिया यानी संचरण अक्सर लक्षणों की शुरुआत से एक से दो दिन पहले या दो से तीन दिनों के बाद होता है. सीडीसी की गाइडलाइंस के अनुसार, बिना लक्षणों वाले लोगों को पॉजिटिव रिजल्ट से कम से कम दो दिन पहले संक्रामक माना जाता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हुआ है या फिर कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए. अगर आपको सांस लेने में तकलीफ, सीने में लगातार दर्द या दबाव, जागते रहने में असमर्थता, त्वचा और नाखून का रंग पीला या नीला होने जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत इमरजेंसी हेल्प लें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)