छोटे बच्चे कोरे कागज की तरह होते हैं, ऐसे में जो भी चाहें उन्हें सिखाया जा सकता है. बच्चा भले ही कम एक्सपीरियंस के कारण कई चीजों से अंजान होता है, लेकिन बचपन में ऑब्जरवेशन पावर बहुत तेज होने के कारण वह उन चीजों को भी सिखता है जो उसके आसपास हो रही है. 


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ऐसे में जरूर है कि आप अपने बच्चे के सामाने अच्छी तरह से व्यवहार करें और उसे बेसिक गुड मैनर्स सिखाने की कोशिश करें. ध्यान रखें बच्चा तुरंत से इसे सिखकर फॉलो नहीं करने लगेगा आपको रोज उसे इन चीजों को सिखाने की जरूरत होगी. 2 साल की उम्र से आप अपने बच्चे को यहां बताई गई चीजों को सिखाना शुरू कर  सकते हैं, जिसके बाद हर कोई आपके बच्चे की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएगा.


प्लीज और थैंक यू बोलना

प्लीज और थैंक यू बोलना एक बेसिक एटिकेट्स होता है, जिसकी जरूरत पूरी जिंदगीभर होती है. ऐसे में अपने बच्चे को सिखाएं कि किसी भी चीज के लिए रिक्वेस्ट करने के लिए प्लीज यूज करना चाहिए और जब कोई मदद करे या कोई अच्छी चीज दे तो थैंक यू बोलना चाहिए. 


दूसरों का सामान लेने से पहले परमिशन लेना

बच्चे को सिखाएं कि किसी दूसरे व्यक्ति का सामान लेने से पहले उससे परमिशन मांगना बहुत जरूरी होता है. फिर वह व्यक्ति चाहे माता-पिता, परिवार का कोई सदस्य या एक अच्छा दोस्त ही क्यों ना हो.  


गलती होने पर माफी मांगना 

अपनी गलती स्वीकारना और उसके लिए माफी मांगना बहुत जरूरी सीख होती है, जिसे हर पेरेंट्स को अपने बच्चे को कम उम्र से सिखाना शुरू कर देना चाहिए. इससे बच्चा अपनी गलतियों को सुधारने पर फोकस कर पाता है और दूसरों के साथ उसके रिश्ते हमेशा बेहतर बने रहते है.  

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कमरे में जाने से पहले नॉक करना

बच्चों को किसी के भी कमरे या घर में इंटर करने से पहले दरवाजे पर नॉक करना सीखाना चाहिए. इससे बच्चे में प्राइवेसी की समझ पैदा होती है, जो कि बहुत जरूरी है. बच्चे को यह चीज सीखाने के लिए आपको खुद भी उसके कमरे में जाने से पहले नॉक करना चाहिए.


खांसते-छींकते समय मुंह कवर करना

कई बड़े लोग खुद यह चीज भूल जाते हैं कि खांसते-छींकते समय दूसरों को असहज होने और इंफेक्शन से बचाने के लिए मुंह पर हाथ रखना जरूरी होता है. इसलिए छोटी उम्र से ही बच्चों को यह मैनर्स सिखाना जरूरी होता कि जब भी वह खांसे या छींके तो अपने मुंह को रूमाल या हाथ से कवर रखें.