Tulsi Care Remedies: तुलसी के पौधे की एक उम्र होती है. सर्दियों के दिनों में तो हरा-भरा पौधा भी सूख जाता है. तुलसी का पौधा लगाने में बड़ी मेहनत लगती है, लेकिन मुरझाने के लिए कुछ दिनों की ठंड ही काफी है. तुलसी सूखने की कई वजह हो सकती हैं. सर्दियों में कोहरा ज्यादा होने और धूप न मिलने और बैक्टीरियाज की वजह से तुलसी की पत्तियां मुरझा जाती हैं. धीरे-धीरे कर पूरे पौधे से पत्तियां गायब हो जाती हैं और उसमें तने के अलावा कुछ नहीं बचता है. नीम का इस्तेमाल कर हम तुलसी को सूखने से बचा सकते हैं और सूखी हुई तुलसी में फिर से नई पत्तियां ला सकते हैं.


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नीम का पाउडर 


तुलसी की पत्तियों में नीम का पाउडर बनाकर डालें. इससे तुलसी में लगे रोग दूर हो जाएंगे और पत्तियां फिर खिलने लगेंगी. नीम का पाउडर खाद की तरह काम करता है. कुछ ही दिनों में पौधे को फिर से हरा-भरा बना देगा.


मिट्टी बदलें


सर्दियों के दिनों में नमी की वजह से भी तुलसी सूख जाती है. ऐसे में तुलसी को ठीक करने के लिए  उसके पास की मिट्टी को 15-20 सेंटीमीटर तक खोदें. अब नमी वाली मिट्टी को दूर कर नई मिट्टी डालें. मिट्टी में बालू मिलाकर डालने से तुलसी की जड़ें फिर से अच्छी तरह से बढ़ने लगेंगी. 


पूजा करने से हरी रहेगी तुलसी


तुलसी प्रदूषण की वजह से भी सूख सकती है. अगर तुलसी को हरा भरा रखना है या फिर सूखने  से बचाना है तो तुलसी के पास धूप बत्ती, अगरबत्ती या फिर दीपक जलाएं. पूजा के तरीके तुलसी को सूखने नहीं देंगे.


नीम की खली


नीम का खली को भी पौधों की खाद की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. नीम के फलों (निंबोली) से तेल निकालने के बाद बचा पाउडर को ही नीम की खली कहते हैं. सूखते हुए तुलसी के पौधे में नीम की खली डालकर पौधे का फंगल इंफेक्शन दूर हो जाता है और तुलसी फिर से हरी हो जाती है. 


नीम का पानी


नीम की पत्तियों के पानी को डालकर भी तुलसी के पौधे को फिर से हरा किया जा सकता है. नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी छान लें और तुलसी की जड़ों में डालें. 


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