मात्र 20 रुपए में मिनरल वाटर के नाम पर बिक रहा `जहर`, गवर्नमेंट की हाई रिस्क फूड कैटेगरी में शामिल
Is Mineral Water Safe: यदि आप भी बराबर पानी का बोतल बाहर से खरीद कर पी रहे हैं, तो सावधान हो जाएं. इसे आपको कैंसर, हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती है.
प्यास लगने पर इंसान कैसा भी पानी पी लेता है. लेकिन आमतौर ज्यादातर लोग जब भी बाहर जाते हैं, अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए बोतलबंद पानी लेते हैं. जिसपर लिखा होता 'मिनरल वाटर'. आमतौर पर 20 रुपए में अच्छी क्वालिटी का दावा करने वाले कंपनी का सीलबंद पानी का बोतल आ जाता है. लेकिन आपको खबर भी नहीं है कि यह बोतलबंद पानी आपकी सेहत के लिए जहर से कम नहीं है.
हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पैकेज्ड ड्रिंकिंग और मिनरल वाटर को "हाई रिस्क फूड कैटेगरी" में डालने का फैसला लिया है. इसका मतलब यह है कि अब इन प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और इनका निरीक्षण और थर्ड पार्टी ऑडिट किया जाएगा. FSSAI का यह कदम इस बात का प्रमाण है कि बोतलबंद पानी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. तो चलिए समझते हैं कि बोतलबंद पानी सेहत के लिए कैसे खतरनाक हो सकता है-
पानी में घुला है केमिकल
प्लास्टिक की बोतलों में पैक किए गए पानी में प्लास्टिक में मौजूद केमिकल मिल सकते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं. बोतल में मौजूद रसायन जैसे BPA (बिसफिनोल A),पैथेलेट्स लंबे समय तक एक ही बोतल में पानी रखने से पानी में घुल सकते हैं. यह रसायन शरीर में जाने पर हार्मोनल असंतुलन, कैंसर, और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.
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जरूरी मिनरल्स की कमी
नेचुरल सोर्स से आने वाले पानी में आमतौर पर आवश्यक मिनरल्स जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटेशियम होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं. लेकिन बोतलबंद पानी में इन मिनरल्स की कमी हो सकती है. क्योंकि पानी को शुद्ध करने के प्रोसेस में यह पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं.
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माइक्रोप्लास्टिक का खतरा
कुछ अध्ययनों के अनुसार, बोतलबंद पानी में माइक्रोप्लास्टिक के कण पाए गए हैं, जो सेहत के लिए बहुत हानिकारक होते हैं. ये छोटे प्लास्टिक के कण शरीर में जा सकते हैं और पेट, आंतों और अन्य अंगों में जमाव बनाते हैं. जिससे पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं, कैंसर, और हार्ट डिजीज का जोखिम कई गुना तक बढ़ जाता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.