आज के दौर में रिश्ते में उम्र का फासला होना आम बात है और इसका चलन बढ़ता जा रहा है. चाहे बॉलीवुड के सितारे हों या आम लोग-ऐसे रिश्ते अब नॉर्मल माने जाने लगे हैं. उम्र के अंतर वाले रिश्ते को लेकर लोगों की राय अलग-अलग है. मनोविज्ञान के अनुसार, उम्र का फासला रिश्ते को अनोखा बना सकता है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं.


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आइए जानते हैं, उम्र के अंतर वाले रिश्तों के 3 प्रमुख फायदे और नुकसान.


उम्र के फासले वाले रिश्ते क्यों बढ़ रहे हैं?
आज के दौर में लोग ज्यादा खुले विचारों वाले हो गए हैं. प्यार और शादी जैसे रिश्ते अब उम्र, जाति, और धर्म की सीमाओं को तोड़ रहे हैं. सोशल मीडिया और ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म ने इस प्रवृत्ति को और बढ़ावा दिया है. लोग अब अपने पार्टनर में उम्र की बजाय इमोशनल जुड़ाव और आपसी समझ को प्रायोरिटी दे रहे हैं.


रिश्ते में उम्र के अंतर के फायदे


अलग दृष्टिकोण: उम्र में बड़ा अंतर होने से दोनों पार्टनर के दृष्टिकोण और अनुभवों में विविधता आती है. इससे रिश्ते में नई चीजें सीखने और समझने का मौका मिलता है.


बेहतर इमोशनल जुड़ाव: कई बार उम्रदराज पार्टनर में ज्यादा मैच्योरिटी होती है, जिससे वे अपने छोटे पार्टनर को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं और रिश्ते को संभालने में मदद करते हैं.


स्थिरता और सुरक्षा: उम्र में बड़े पार्टनर अक्सर आर्थिक और इमोशनल रूप से ज्यादा स्थिर होते हैं, जिससे रिश्ते को मजबूती मिलती है.


रिश्ते में उम्र के अंतर के नुकसान


सामाजिक दबाव: अभी भी कई जगहों पर ऐसे रिश्ते समाज स्वीकार नहीं करता. लोगों की आलोचना और सामाजिक दबाव रिश्ते पर असर डाल सकते हैं.


भविष्य की प्रायोरिटी में अंतर: अलग उम्र होने के कारण दोनों पार्टनर की प्रायोरिटी  और जीवन के प्रति दृष्टिकोण अलग हो सकते हैं, जो संघर्ष का कारण बन सकता है.


सेहत और एनर्जी का अंतर: उम्रदराज पार्टनर की शारीरिक एनर्जी और सेहत में गिरावट आने पर रिश्ते में कठिनाई हो सकती है.


उम्र के फासले वाले रिश्ते आजकल आम होते जा रहे हैं, लेकिन यह हर व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वे इसे कैसे निभाते हैं. ऐसे रिश्तों में प्यार, आपसी समझ और सम्मान सबसे महत्वपूर्ण होते हैं. समाज के विचारों से परे जाकर, अगर आप दोनों एक-दूसरे को समझते हैं, तो उम्र का फासला महज एक संख्या बनकर रह जाता है.