What is Delusionship: डेल्युजनशिप एक ऐसा मेंटल कंडीशन है डिसमें एक इंसान अपनी असल जिंदगी को लेकर डेल्यूजन या भ्रम पालने लगता है. अगर रिलेशनशिप को लेकर ऐसा होता है, तो वो शख्स किसी को दिल दे बैठता है और बाद में उसे ऐसा महसूस होने लगता है कि उसका क्रश भी उसे उतना ही प्यार करता होगा. यानी प्यार के बदले प्यार मिल रहा होगा, लेकिन सच में ऐसा बिलकुल भी नहीं होता.


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डेल्युजनशिप की वजह क्या है?


एक समझदार या लॉजिकल इंसान कभी डेल्युजनशिप में नहीं पड़ेगा, क्योंकि वो आसानी से समझ लेगा कि किसी इंसान की तरफ उसका खिंचाव या प्यार एक तरफा है, यानी दूसरे इंसान की तरह से वैसा ही रिस्पॉन्स मिलने की कोई गारंटी नहीं है. डेल्युजनशिप उन लोगों को ही होता है जो रियलिटी और डेल्यूजन में फर्क नहीं कर पाते और फिर बेवजह के सपने पालने लगते हैं.



डेल्युजनशिप के नुकसान


1. सच को मानने में दिक्कत


जो इंसान लंबे वक्त तक डेल्युजनशिप में रहता है तो उसके लिए ये यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है कि वो ख्वाबों की दुनिया में जी रहा है, उसे सारे सपने सच लगने लगते हैं. लेकिन जो असल जिंदगी में हो रहा है उस पर गौर नहीं कर पाता. जाहिर सी बात है कि इसका नुकसान होना लाजमी है.


2. मेंटल हेल्थ पर असर


डेल्युजनशिप का अंजाम बुरा हो सकता है, क्योंकि जब आपको अपने क्रश से वापस उतना प्यार नहीं मिल पाता जितना आप उससे करते हैं तो फिर ये स्थिति तनाव में बदल जाती है. आप इस बात से वाकिफ हैं कि टेंशन कई बीमारियों और परेशानियों की जड़ है.


3. खुद को नुकसान पहुंचाने का डर


जब इंसान डेल्युजनशिप को स्वीकार नहीं कर पाता और एक समय के बाद उसका सामना सच से होता है, तो खुद को नुकसान पहुंचा सकता है, कई मामलों में तो लोग एक तरफा प्यार में पड़कर आत्महत्या तक कर लेते हैं. जो एक खतरनाक स्थिति है.


4. जलन महसूस करना

जिस शख्स को आप पसंद करते हैं, जब वो किसी और इंसान को प्यार करने लगता है, या उसकी शादी तय हो जाती है तो डेल्युजन में पड़कर आप उस इंसान से जलन महूसस करने लगते हैं और फिर उसको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं.