What Is Orbiting: आजकल लव रिलेशनशिप में ऐसी-ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं जिसकी बारे में पहले बातें नहीं होती थी, ऐसा ही एक टर्म है 'ऑर्बिटिंग'. ये काम कोई भी पार्टनर ब्रेकअप के बाद करते हैं. रिश्ता टूटने का दर्द हर कोई आसानी से नहीं बर्दाश्त कर पाता, हीलिंग प्रॉसेस से गुजरते वक्त वो कुछ ऐसा काम करता है जिससे एक्स को भुला पाना आसान नहीं होता. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि प्यार मोहब्बत और जुदाई के इस दौर में 'ऑर्बिटिंग' को क्यों अपनाया जा रहा है?


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ऑर्बिटिंग क्या है?
ऑर्बिटिंग का मतलब है कि जब कोई पार्टनर ब्रेकअप के बाद आपके साथ डायरेक्ट कॉन्टैक्ट तोड़ देता है, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए आपकी जिंदगी में 'वर्चुअली प्रेजेंट' रहता है. एक्स पार्टनर आपकी पोस्ट को लाइक करता है, स्टोरीज देखता है, लेकिन आपके मैसेजेस का जवाब नहीं देता या सीधा बातचीत शुरू नहीं करता. ये बिहेवियर ऐसा लगता है जैसे वो आपकी 'ऑर्बिट' में है, आपके आसपास घूमता हुआ, लेकिन कभी फिजिकली करीब नहीं आता.


ब्रेकअप के बाद ऐसा क्यों होता है?


1. इमोशनल कंट्रोल
ब्रेकअप के बाद कुछ लोग पूरी तरह से अपने पार्टनर से अलग नहीं हो पाते. सोशल मीडिया के जरिए जुड़ा रहना उन्हें ये अहसास दिलाता है कि वो अब भी आपके जीवन का हिस्सा हैं, भले ही ये मामला एकतरफा अटैचमेंट का हो.


2. क्यूरियोसिटी 
एक्स-पार्टनर ये देखना चाहता है कि ब्रेकअप के बाद आप क्या कर रहे हैं. क्या आप खुश हैं? क्या आप किसी और के साथ हैं? यह जानने की जिज्ञासा उन्हें आपके सोशल मीडिया पर एक्टिव रखती है. एक तरह से वो आपको ऑनलाइन स्टॉक कर रहे होते हैं. 


3. क्लोजर की कमी
कई बार ब्रेकअप सही तरीके से नहीं होता. ऐसे में एक पार्टनर को 'क्लोज़र' की तलाश होती है. ऑर्बिटिंग इस अधूरी बात का एक स्यूडो सॉल्यशन बन जाता है.


5. फियर ऑफ मिसिंग आउट (FOMO)
सोशल मीडिया ने लोगों में 'FOMO' यानी 'फियर ऑफ मिसिंग आउट' का अहसास बढ़ा दिया है. वो ये जानकारी लेना नहीं छोड़ना चाहते कि आपकी जिंदगी में क्या चल रहा है.
 




ऑर्बिटिंग से कैसे निपटें?


1. सोशल मीडिया पर लिमिट तय करें
एक्स-पार्टनर को ब्लॉक या अनफॉलो कर दें ताकि उनकी मौजूदगी या गैरमौजूदगी का असर आपकी इमोशनल हेल्थ पर न पड़े.


2. फोकस ऑन सेल्फ-हीलिंग
खुद का ख्याल रखें और ऐसी एक्टिविटीज करें जो आपको खुशी और कॉम्फिडेंस दें. बेवजह सोशल मीडिया के जरिए एक्स पार्टनर को याद करने से दुख हो सकता है.


3. क्लोजर की तलाश करें
कोई भी अच्छी चीज या रिश्ते का अंत जरूर होता है. बेहतर है कि अपने एक्स से साफ लफ्जों में कह दें कि ये रिश्ता अब क्लोज हो चुका है, और आगे इसमें कोई उम्मीद नहीं बची है.