What Is Situationship: रिश्तों के बदलते रूप और जेन-जी यानी यंग जेनेरेशन के बीच 'सिचुएशनशिप' बेहद तेजी से पॉपुलर हो रहा है. कई लोगों को ये नया टर्म समझ में नहीं आता है. दरअसल  ये एक ऐसा रिश्ता है जो न तो पूरी तरह से दोस्ती है और न ही सीरियर प्यार,  इसे एक टेम्पोरेरी सिचुएशन के तौर पर देखा जा सकता है, जहां दोनों इंसान एक-दूसरे की तरफ  अट्रैक्ट तो होते हैं, लेकिन किसी भी तरह के कमिटमेंट से बचते हैं. 


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'सिचुएशनशिप' में अक्सर हेजिटेशन और अनसर्टेनिटी का माहौल होता है. इसमें शामिल लोग एक-दूसरे के साथ अच्छा वक्त बिताते हैं, अपनी इमोशन शेयर करते हैं, लेकिन किसी तरह का नाम नहीं देना चाहते. ये स्थिति कई बार इंसान को टेंशन या डिप्रेशन में डाल सकती है, क्योंकि एकतरफा प्यार या उम्मीदें रिश्ते की असलियत से मेल नहीं खा सकती हैं.


सिचुएशनशिप से कैसे बचें ?


1. क्लीयर टॉक करें


सिचुएशनशिप से बचने के लिए सबसे जरूरी ये है कि रिश्ते की शुरुआत में ही अपने इमोशन और थॉट को क्लीयर कर दें जिससे किसी तरह की कंफ्यूजन न हो. अपने साथी ये जरूर पूछें कि क्या वो ऐसा ही चाहते हैं.


2. अपनी लिमिट तय करें


अगर आप सीरियस रिलेशन की तलाश में हैं, तो अपने साथी को अपनी लिमिट्स के बारे में बताएं. इससे आपको ये समझने में मदद मिलेगी कि वो क्या चाहते हैं.


3. इमोशन का ख्याल रखें


अगर आपको लगता है कि आप किसी सिचुएशनशिप में फंस रहे हैं, तो अपने इमोशनल हेल्थ का ख्याल रखें. किसी भी वक्त अगर आप अनसेफ महसूस कर रहे हैं, तो आपको अपने रिश्ते को लेकर फिर से सोचना चाहिए.


4. वक्त ज़ाया न करें


अगर आप किसी इंसान के साथ समय बिता रहे हैं, तो तय करें कि आप इसे कब तक जारी रखना चाहेंगे. इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि यह संबंध किस दिशा में जा रहा है. अगर कुछ पॉजिटिव नहीं हो रहा है तो इस रिश्ते में वक्त बर्बाद न करें.


5. खुद को तरजीह दें


सबसे अहम बात ये है कि आप खुद को तरजीह दें. अपनी खुशी और मेंटल हेल्थ को प्रायोरिटी पर रखें. अगर कोई रिश्ता आपको खुशी नहीं दे रहा है, तो उसे छोड़ने में ज़रा भी झिझक न करें.