Bhabhi and Nanad Fight: शादी के बाद जब कोई लड़की ससुराल जाती है, तो वो उस घर के लिए बिलकुल नई होती है. वहां उसका सामना सास के अलावा ननद से भी होता है.  भाभी और ननद के बीच तकरार बेहद आम है, जो अक्सर भारतीय परिवारों में देखी जाती है. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो रिश्तों में दरार डालते हैं. आइए जानें कि भाभी और ननद के बीच झगड़े के अहम कारण क्या-क्या हो सकते हैं.


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1. अटेंशन का फर्क
अक्सर ननद को लगता है कि शादी के बाद उसका भाई उसको इतना अटेंशन नहीं दे रहा जितना पहले देता था. भाई की पत्नी (भाभी) के जिंदगी में आने से ननद को यह महसूस हो सकता है कि उसके अधिकार में कमी हो रही है. ये अटेंशन का फर्क ही कई बार तकरार का बड़ा कारण बनता है।


2. परवरिश का फर्क
भाभी और ननद के बीच परवरिश का फर्क भी एक कारण हो सकता है. कई बार भाभी की जिंदगी का तजुर्बा ननद से अलग-अलग होता हैं, जो उनके विचारों में असहमति को जन्म दे सकते हैं. परंपराओं, नियमों और घर के कामों को लेकर दोनों के नजरिये में अंतर होने पर मतभेद बढ़ जाते हैं.


3. गलतफहमियां
घर के अंदर छोटी-छोटी बातें कभी-कभी बड़ी गलतफहमियों में बदल जाती हैं. कभी ननद को लगता है कि भाभी उसका अधिकार छीन रही है, तो कभी भाभी को ऐसा महसूस होता है कि ननद उसकी इज्जत नहीं कर रही. इन छोटी-छोटी गलतफहमियों का समाधान न होने पर यह तकरार का रूप ले लेता है.


4. फैमिली में अलग-अलग रोल
ननद और भाभी दोनों ही अपने-अपने तरीके से परिवार में अपनी भूमिका निभाना चाहती हैं,  लेकिन कई बार यह टकराव की स्थिति पैदा करता है, खासकर जब वोपरिवार के कामों में वर्चस्व जमाने की कोशिश करती हैं. परिवार के अन्य सदस्य किसे समर्थन देते हैं, ये भी तकरार को बढ़ावा देता है.


5. फैमिली की एक्सपेक्टेशन
ननद और भाभी के रिश्ते में तकरार का एक और बड़ा कारण है फैमिली की एक्सपेक्टेश.। कई बार परिवार के सदस्यों द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को लेकर दोनों के बीच संघर्ष हो सकता है. भाभी से उम्मीद की जाती है कि वो नए घर के नियमों को माने, जबकि ननद अपने भाई के प्रति अलग जिम्मेदारियां महसूस करती है.


6. सास का रवैया
कई बार दुल्हन की सास अपनी बेटी को बहू से ज्यादा फेवर करती है. बेटी की जमकर तारीफ और बहू की जमकर बुराई ननद और भाभी के बीच जलन का कारण बनती है जिससे तकरार पैदा हो सकता है.