सोशल मीडिया और दिखावे के इस दौर में सिंप मैरिज करना बेहद मुश्किल फैसला हो सकता है, लेकिन ये बिग फैट वेडिंग से कहीं बेहतर साबित हो सकता है, क्योंकि ऐसा करने के अनेक फायदे हैं.
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Big Fat Wedding vs Simple Marriage: भारत के लोगों में शादी को लेकर क्रेज काफी ज्यादा होता है, उनकी ख्वाहिश होती है कि वेडिंग यादगार बन जाए. यही वजह है कि यहां बिग फैट वेडिंग का चलन काफी ज्यादा है. जिनके पास पैसे थोड़े कम होते हैं, वो शादी के लिए लोन तक ले लेते हैं. हालांकि महंगी शादी की जगह अगर आप सिंपल वेडिंग करेंगे तो आपको कई तरह के फायदे हो सकते हैं.
सिंपल शादी क्यों होती है अच्छी?
1. धन की बचत
बिग फैट वेडिंग में होने वाला भारी-भरकम खर्च एक बड़ा चैलेंज हो सकता है. शादी के हॉल, डेकोरेशन, कैटरिंग, और डीजे जैसे खर्चों के कारण परिवार पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है. इसके उलट, एक सिंपल मैरेज में फिजूलखर्ची से बचा जा सकता .बचे हुए पैसे को भविष्य की जरूरतों जैसे कि घर खरीदने, शिक्षा, या इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
2. असली खुशी पर फोकस
महंगी शादियों में अक्सर दिखावा और कॉम्पिटीशन का माहौल होता है. परिवार और मेहमानों की एक्सपेक्टेशंस को पूरा करने की फिक्र में दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार असली खुशी का लुत्फ नहीं उठा पाते. दूसरी तरफ, एक सिंपल शादी में ये टेंशन नहीं होती और सभी लोग सुकून से इस खास दिन को मना सकते हैं.
3. एनवायरनमेंट की सेफ्टी
बिग फैट वेडिंग में ज़्यादा कचरा और संसाधनों की बर्बादी होती है. खाना बर्बाद होना, प्लास्टिक का इस्तेमाल और ज़रूरत से ज़्यादा सजावट एनवायरनमेंट के लिए नुकसानदेह है. साधारण शादियां पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक होती हैं, जहां कम संसाधनों में भी बड़े दिल से जश्न मनाया जा सकता है.
4. इमोशनल रीजन
महंगी शादियों में मेहमानों की तादाद बहुत ज्यादा होती है, जिससे सभी को सही से वक्त देना मुश्किल हो जाता है. एक छोटी और सिंपल शादी में करीबी दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलता है. ये रिश्तों को और मजबूत बनाता है.
5. वक्त और एनर्जी की बचत
बिग फैट वेडिंग का प्लान बनाना बेहद थकावट भरा काम हो सकता है. इसके उलट, सिंपल मैरिज कम वक्त और एनर्जी के साथ निपटाई की जा सकती हैं, जिससे दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार मानसिक रूप से अधिक सहज रहते हैं.