Don't speak ill of your in-laws: शादी के बाद हर मर्द को अपने रिश्ते को लेकर संवेदनशील हो जाना चाहिए, खासकर इस बात का ख्याल रखना जरूरी है वो अपने ससुराल वालों के साथ कैसा बर्ताव कर रहा है. कई बार ऐसा होता है कि पति अपनी पत्नी के सामने उसके मायके वालों की आलोचना करता है, चाहे वो उसकी मां हो, पिता हो या दूसरे रिश्तेदार. हालांकि ऐसा करना न सिर्फ रिश्तों को बिगाड़ सकता है, बल्कि यह आपकी मैरिड लाइफ की खुशियों पर भी असर डाल सकता है. यहां जानिए क्यों पति को अपनी पत्नी के सामने ससुराल वालों की बुराई नहीं करनी चाहिए.


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वाइफ के मायके वालों की बुराई के नुकसान


1. वाइफ की इमोशन से खिलवाड़


वाइफ की इमोशनल हेल्थ का ख्याल करते हुए आपको ऐसा नहीं करना चाहिए. ससुराल वालों की आलोचना करना उसके मनोबल को प्रभावित कर सकता है. हर लड़की के लिए उसके मायके वाले जिंदगी में काफी मायने रखते हैं. उसने उनके साथ बचपन के खुशनुमा पल बिताए हैं. ऐसे में उनकी बुराई से पत्नी का गहरा दुख पहुंच सकता है.


2. ससुराल वालों के साथ रिश्ते पर असर


पत्नी और ससुराल वालों के साथ आपके रिश्ते भी प्रभावित हो सकते हैं.  जब भी आप पत्नी के मायके वालों की बुराई करेंगे तो कभी न कभी वाइफ उनको ये बात जरूर बताएगी, ऐसे में आपके ससुराल वाले आपसे दूरी बनाना शुरू कर देंगे, जो लॉन्ग टर्म में अच्छा नहीं रहेगा.



3. मैरिड लाइफ पर असर

जब पति अपनी पत्नी को ससुराल वालों की बुराई करता है, तो यह वैवाहिक संबंध में विश्वास की कमी को भी दर्शाता है. पत्नी को ये महसूस हो सकता है कि उसके पति को उसके परिवार से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने की बजाय आलोचना करने में ज्यादा दिलचस्पी है.



4. झगड़े की वजह बनता है


ससुराल वालों की आलोचना एक संभावित विवाद का आधार बन सकती है. ऐसी दिक्कतें किसी भी छोटी-मोटी बात से शुरू हो सकती है लेकिन इससे बड़े विवाद पैदा हो सकते हैं. ये विवाद न सिर्फ रिश्ते को प्रभावित करते हैं बल्कि परिवार की शांति को भी भंग करते हैं.


5. जैसे को तैसा


जिंदगी में आप जैसा करेंगे आपको वैसा ही फल मिल सकता है. यानी जब आप वाइफ के मायके वालों को बुरा भला कहेंगे, तो वो आपके परिवार के लोगों की बुराई करेगी, साथ हो सकता है कि उनका सम्मान भी नहीं करे. इसलिए आपको हमेशा ऐसी गलती करने से बचना चाहिए.