Heart Attack Risk: बड़े शहरों के ऐसे माहौल से बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा, आज ही हो जाएं अलर्ट
Metropolitan Cities Risk Factor: शहरों में ट्रैफिक के शोरगोल से हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंच रहा है, इस माहौल में कहीं हमारे दिल को खतरा तो नहीं?
Heart Attack Risk Due To Traffic: भारत को 'गांवों का देश' कहा जाता है क्योंकि यहां पर ज्यादातर आबादी ग्रामीण इलाकों मे बसती है, लेकिन पिछले कुछ दशकों में रोजगार और उच्च शिक्षा पाने के लिए युवाओं का पलायन महानगरों की तरफ काफी ज्यादा हुआ है. मेट्रोपॉलिटन सिटीज की चकाचौंध हर किसी को अपनी तरफ आकर्षिक करती है, लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के कारण हम यहां रहने के नुकसान के बारे में गौर नहीं कर पाते. हमने अक्सर सुना है कि ये शहर जितना हमें देता है उससे कहीं ज्यादा छीन लेता है. हम बात कर रहे हैं उस बड़े नुकसान जो शहरों रहने की वजह से होता है.
ट्रैफिक के शोर से हार्ट अटैक का खतरा
अगर ट्रैफिक से भरी सड़कों और भीड़-भाड़ वाली जगहों के आसपास आपका घर है तो इससे सेहत को काफी नुकसान हो सकता है. कुछ साल पहले किए गए एक रिसर्च में ये बात सामने आई थी कि ज्यादा शोरगुल से हार्ट अटैक का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है. रिसर्चर्स ने ये भी बताया कि एरोप्लेन की आवाज के मुकाबले रोड और रेल ट्रैफिक की आवाज से सेहत खराब और दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है
रिसर्च में हुआ चौकाने वाला खुलासा
ये रिसर्च जर्मनी के ड्रेस्डन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (Dresden University of Technology, Germany) में की गई. जो ‘डॉएच्च अर्जतेबलात इंटरनेशनल’ (Deutsche Arzteblatt International) नाम एक रिसर्च मैग्जीन में प्रकाशित हुई थी. इसके शोधकर्ता आंद्रियास सिडलर और उनके को-राइटर ने 40 साल की उम्र के 10 लाख से ज्यादा स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से मिली जानकारियों को खंघाला.
इस रिसर्च में राइन-मेन इलाके में रहने वाले लोगों के आसपास के रोड, रेलवे और ट्रैफिक की आवाज का साल 2005 में मुआयना किया. फिर साल 2014-15 में हार्ट अटैक (Heart Attack) से जान गंवाने वाले लोगों से जुड़ी इंफॉरमेशन का इन दोनों रिसर्चर्स ने अध्ययन किया. इस स्टडी में उन्होंने गाड़ियों के शोरगुल और हार्ट अटैक के बीच कनेकेशन पाया.
एरोप्लेन की आवाज का खतरा कम
इस स्टडी के बाद दोनों रिसर्चर्स इस नतीजे पर पहुंचे कि है कि विमानों के कारण होने वाला शोरगुल कम नुकसान पहुंचाता है, क्योंकि ये आवाज 65 डेसिबल से ज्यादा की नहीं होती, वहीं ट्रैफिक का शोर हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाता है. इसलिए जहां तक मुमकिन तो इन आवाजों से दूर रहने की कोशिश करें क्योंकि ये आपके दिल के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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