Dipika Kakar Gestational Diabetes: टेलीविजन की मशहूर एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ को प्रेग्नेंसी के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज हुई है, इसके बारे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी, ये उनकी प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही है. दीपिका ने अपनी इस परेशानी के बारे में खुलकर बात की. हर गर्भवती महिलाओं को इस समस्या के बारे में पता होना चाहिए. आखिर उन्हें जेस्टेशनल डायबिटीज होने का कितना रिस्क होता है.


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जेस्टेशनल डायबिटीज क्या है
जेस्टेशनल डायबिटीज एक तरह का मधुमेह है जो जिसमें महिला का शरीर प्रेग्नेंसी के दौरान पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता. इंसुलिन वो हॉर्मोन है जो प्रैंक्रियाज द्वारा बनाया जाता है जिससे ब्लड शुगर लेवल रेग्युलेट होता है और इस एनर्जी का इस्तेमाल हमारा शरीर कई कामों के लिए करता है.


क्यों होता है जेस्टेशनल डायबिटीज?
अब तक किसी भी रिसर्च में ये यकीन के साथ नहीं बताया गया है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज आखिर क्यों होती है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि गर्भावस्था में हॉर्मोनल चेंजज बड़े स्तर पर होते हैं जिससे ब्लड शुगर कारगर तरीके से प्रॉसेस नहीं हो पाता, नतीजतन ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है.


जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज होता है वो आमतौर पर डिलिवरी के बाद सामान्य स्थिति में वापस आ जाती हैं, लेकिन मां को टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा जरूर बढ़ जाता है. हेल्दी फूड, एक्सरसाइज औऱ दवाओं के जरिए जेस्टेशनल डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है.


जेस्टेशनल डायबिटीज के लक्षण
जेस्टेशनल डायबिटीज के आमतौर पर कोई खास लक्षण नजर नहीं आते, हालांकि हद से ज्यादा प्यास लगना, अधिक मात्रा में यूरिन निकलना इसके शुरुआती इशारे हो सकते हैं, ऐसे में आपको तुरंत जांच करानी चाहिए जिससे आगे होने वाली परेशानियों से बचा जा सके.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


 


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