Bad food for health in 35 Years Age: पुरानी कहावत है कि पहला सुख निरोगी काया. यानी कि अगर आपकी सेहत अच्छी है तो आप दुनिया के सभी सुख-साधनों का आनंद ले सकते हैं वरना आपके लिए सब बेकार हैं. हमारे शरीर को निरोगी रखने में बड़ी भूमिका हमारे भोजन की होती है. भोजन में से कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें एक निश्चित उम्र तक ही खाना सही रहता है. इसके बाद उन्हें छोड़ देना चाहिए वरना वह फायदे के बजाय नुकसान करने लगती हैं. 


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हजम नहीं कर पाता शरीर (Unhealthy Foods for Body)


इसकी वजह ये है कि 35 साल की उम्र के बाद हमारी पाचन शक्ति में गिरावट आने लगती है, जिसके चलते हमारा पेट उन चीजों को हजम नहीं कर पाता, जिन्हें हम पहले आसानी से खा लेते थे. आज हम आपको 3 ऐसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपको 35 साल की उम्र के बाद सेवन बंद कर देना चाहिए. ऐसा न करने पर वक्त से पहले बुढ़ापा आते देर नहीं लगेगी. 


वक्त से पहले बुढ़ापा लाने वाले फूड्स (Unhealthy Foods in 35 Years Age) 


ज्यादा कैफीन वाली चीजें


ऐसी चीजें जिनमें कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है, उन्हें हमें 35 साल (Unhealthy Foods in 35 Years Age) की उम्र के बाद छोड़ देना चाहिए. इसकी वजह ये है कि ज्यादा कैफीन हमारी नींद चुराकर सोने के पैर्टन और दिनभर काम करने की क्षमता को प्रभावित करती है. इससे हमारा शरीर अनफिट रहने लगता है. लिहाजा चाय-कॉफी या चॉकलेट का सेवन बंद कर देना चाहिए. अगर बंद न कर सकें तो सीमित जरूर कर दें. दिनभर में 2 कप से ज्यादा कॉफी- चाय बिल्कुल न पिएं. 


ज्यादा तला हुआ भोजन


शरीर की सेहत दुरुस्त रखने के लिए ज्यादा तला हुआ भोजन (Unhealthy Foods in 35 Years Age) खाने से परहेज करना चाहिए. तले हुए खाने में पोषक तत्वों की मात्रा बहुत कम हो जाती है. उसमें ट्रांस फैट की मात्रा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में 35 साल की उम्र के बाद तली- भुनी चीजें खाने से परहेज कर लेना चाहिए. इसके बजाय घर का बना शुद्ध- सादा भोजन खाना ज्यादा फायदेमंद रहता है. 


पैकेट बंद फूड्स खाने से बचें


अगर आप पिज्जा, नूडल्स, बर्गर्स, मोमोज या पास्ता जैसे जंग फूड्स या ट्रैवलिंग के दौरान पैकेट बंद फूड्स (Unhealthy Foods in 35 Years Age) खाते हैं तो ऐसा करना बहुत नुकसानदायक हो सकता है. इसकी वजह ये है कि ऐसे फूड्स में कई तरह के आर्टिफिशियल फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही वे मैदे और दूसरी खराब चीजों से तैयार किए जाते हैं. जिससे शरीर को कोई पोषण नहीं मिलता और इम्यूनिटी पावर कम होने लगती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)