यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) एक आम समस्या है, जो ज्यादातर महिलाओं को प्रभावित करती है. यह संक्रमण तब होता है जब बैक्टीरिया यूरीन ट्रैक से यूरिनरी ब्लैडर में प्रवेश कर जाते हैं और वहां अपना घर बना लेते हैं. हालांकि एंटीबायोटिक दवाओं से आमतौर पर इसका इलाज किया जाता है, लेकिन बार-बार होने वाले यूरिन इंफेक्शन काफी परेशानीदेह हो सकते हैं।


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अच्छी आदतें अपनाने और साफ-सफाई पर ध्यान देने से यूरिन इंफेक्शन से बचा जा सकता है. जैसे- शारीरिक संबंध बनाने के बाद पेशाब करना और सही तरीके से योनि की सफाई करना, कुछ ऐसे जरूरी नियम हैं जिनका पालन करना चाहिए. साथ ही, पेशाब को रोककर रखना भी ठीक नहीं है, क्योंकि इससे बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिल सकता है. 


ट्रूनॉर्थ हेल्थकेयर एलएलपी (सेंसिबायोटिक्स) के को-फाउंडर साहिल समरा ने बताया कि इस मामले में सही क्लीनिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना भी महत्वपूर्ण है. बिना खुशबू वाले साबुन और फीमेल हाइजीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से वजाइनल पार्ट में प्राकृतिक रूप से मौजूद अच्छे बैक्टीरिया का बैलेंस बना रहता है, जिससे यूरिन इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है.


हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
साहिल समरा ने आगे बताया कि हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर भी यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखा जा सकता है. जैसे- खूब सारा तरल पदार्थ, खासकर पानी पीने से पेशाब पतला होता है और यूरीन ट्रैक साफ हो जाता है, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो सकता है. उन्होंने आगे बताया कि क्रैनबेरी रिच प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लेने और प्रोबायोटिक से भरपूर डाइट लेने से भी यूरिन इंफेक्शन से बचाव होता है. प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स बार-बार होने वाले संक्रमणों को रोकने और यूरिन इंफेक्शन के लक्षणों को कम करने में मददगार होते हैं. यह खासकर उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जिन्हें यात्रा करनी पड़ती है और यात्रा के दौरान साफ शौचालयों तक उनकी पहुंच थोड़ा मुश्किल होती है.


संक्रमण से बचाव के अन्य तरीके
कॉटन की अंडरवियर पहनना और यह जानना कि गर्भनिरोधक के कुछ तरीके यूरिन इंफेक्शन के खतरे को कैसे बढ़ा सकते हैं, ये भी संक्रमण से बचाव के अन्य उपाय हैं. इसके अलावा, नियमित व्यायाम ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है और शरीर की नेचुरल सफाई प्रक्रिया का काम करता है, जो संक्रमण से बचा सकता है. योग और ध्यान जैसी गतिविधियों से तनाव को दूर करने से भी इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे शरीर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से लड़ सकता है.


सोच-समझकर खाएं एंटीबायोटिक दवा
इसी तरह, एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए. इन दवाओं के अत्यधिक सेवन से शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया का बैलेंस बिगड़ सकता है, जिससे भविष्य में यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है. चाय, कॉफी और शराब जैसी चीजों का सेवन कम करें, जो आपके यूरिनरी ब्लैडर को परेशान कर सकती हैं. यूरिन इंफेक्शन से संबंधित किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लें. इन सभी उपायों को अपनाकर यूरिन इंफेक्शन और उनके लक्षणों को रोका जा सकता है और महिलाओं के पूरे स्वास्थ्य और जीवन की क्वालिटी में सुधार लाया जा सकता है.