Valentine Day History, Significance:  हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है, प्यार का इजहार करने और अपनों के साथ खुशियां बांटने का खास दिन. रोज डे से शुरू होकर किस डे तक चलने वाला वैलेंटाइन वीक प्यार के अलग-अलग रंगों को दिखाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस प्रेम-दिवस की शुरुआत कैसे हुई और इसके पीछे किसे याद किया जाता है? आज बात करते हैं संत वैलेंटाइन की जिन्हें प्यार का संत कहा जाता है.


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संत वैलेंटाइन के बारे में इतिहास के पन्नों में थोड़ी उलझन है. माना जाता है कि तीसरी शताब्दी में रोम में तीन अलग-अलग संत वैलेंटाइन हो सकते हैं और समय के साथ उनकी कहानियां आपस में मिल गईं. लेकिन सबसे प्रचलित कहानी 226 से 269 ईस्वी के बीच रहने वाले संत वैलेंटाइन की है. उनको सताए गए ईसाइयों का मददगार माना जाता है, जो उन दिनों रोमन साम्राज्य में अत्याचार का शिकार होते थे.


उनका प्यार से जुड़ाव क्यों?
14 फरवरी को संत वैलेंटाइन को फांसी दी गई थी और उन्हें रोम के पास एक ईसाई कब्रिस्तान में दफनाया गया था. 496 ईस्वी में, पोप गेलासियस प्रथम ने 14 फरवरी को संत वैलेंटाइन के सम्मान में 'संत वैलेंटाइन का पर्व' मनाने की घोषणा की. तब से, यह दिन मनाया जाता रहा है.


संत वैलेंटाइन को सम्राट क्लॉडियस के विद्रोह के लिए जाना जाता था, जिन्होंने ईसाई विवाहों को बैन कर दिया था. वैलेंटाइन ने गुप्त रूप से जोड़ों की शादियां करवाईं और उन्हें भगवान के प्यार की याद दिलाने के लिए दिल के आकार के कागज दिए. ऐसा भी माना जाता है कि उन्होंने जेल में बंद प्रेमियों के बीच गुप्त रूप से पत्र पहुंचाए थे.


प्यार का संदेश
हालांकि वैलेंटाइन डे को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन इसकी जड़ में संत वैलेंटाइन का प्यार और विद्रोह का संदेश है. वे उस समय खड़े हुए जब प्यार को दबाया जा रहा था, चाहे इसके लिए उन्हें कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. इस वैलेंटाइन डे पर, आइए न सिर्फ अपने प्रियजनों के साथ प्यार का जश्न मनाएं, बल्कि उन लोगों के साहस और त्याग को भी याद करें जिन्होंने हमें प्यार करने का अधिकार दिलाया.