Silent Heart Attack: हाल के वर्षों में हार्ट अटैक के मामलों में काफी तेजी देखी गई है. अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि 30 साल से कम उम्र के लोगों को भी दिल का दौरा पर रहा है. ये दबे पांव आता है और जान लेकर चला जाता है. साइलेंट हार्ट अटैक बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है, जिसका खतरा खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान की आदतों के कारण बढ़ गया है. आज हम साइलेंट हार्ट अटैक से जुड़ी बातों को विस्तार से समझेंगे और ये भी जानेंगे कि ये नॉर्मल हार्ट अटैक की तुलना में कितना अलग है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

साइलेंट हार्ट अटैक क्या है?
साइलेंट हार्ट अटैक को साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (एमआई) के रूप में भी जाना जाता है. यह एक प्रकार का दिल का दौरा है जो इससे जुड़े विशिष्ट लक्षणों के बिना आता है, जैसे कि सीने में दर्द या बेचैनी, सांस की तकलीफ या थकान. इसके बजाय, व्यक्ति केवल हल्के लक्षणों का अनुभव कर सकता है या कोई लक्षण नहीं हो सकता है, जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है. हालांकि, एक सामान्य दिल के दौरे की तरह, साइलेंट हार्ट अटैक तब होता है जब दिल के एक हिस्से में खून का फ्लो ब्लॉक हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप दिल की मांसपेशियों को नुकसान होता है.


किन्हें है साइलेंट हार्ट अटैक का सबसे ज्यादा खतरा
साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा उन लोगों के लिए अधिक होता है जो हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, वृद्धावस्था और अधिक मोटापे की समस्याओं से पीड़ित है. इसके अलावा, कई बार अंडरलाइन डिजीज के कारण भी आर्टरीज ब्लॉक हो जाती है, जिससे साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. एक्सपर्ट के अनुसार, बहुत से लोग हार्ट अटैक के लक्षणों को एसिडिटी या किसी अन्य समस्या के लक्षण को समझकर इग्नोर कर देते हैं. 


साइलेंट हार्ट अटैक से कैसे करें बचाव
स्वस्थ आहार: स्वस्थ खान-पान अपनाना सबसे बेहतरीन उपाय है. स्वस्थ खाने के लिए, अपने आहार में फल, सब्जियां, अखरोट, मक्खन, मूली इत्यादि शामिल करें जो आपके दिल के लिए अत्यंत लाभदायक होते हैं.


व्यायाम: रोजाना अभ्यास करने वाले व्यायाम से आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। योग, ध्यान और दौड़ने जैसे सक्रिय गतिविधियां आपके दिल के लिए बेहतर होती हैं.


तंबाकू एवं शराब का कम सेवन: तंबाकू खाने या धूम्रपान करने वालों और अधिक शराब पीने वालों के दिल के लिए खतरनाक होता है. इसलिए आपको तंबाकू और अल्कोहल के सेवन को बंद करने की आवश्यकता है.


वजन कम करें: अधिक मोटापा वाले लोगों को वजन कम करना चाहिए। यह हार्ट के लिए स्वस्थ रहने में मदद करता है.


स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस कम करने के लिए योग, मेडिटेशन, प्राणायाम आदि का प्रयोग करें.


नियमित चेकअप: नियमित चेकअप कराकर अपनी सेहत की जांच कराएं. यदि आपको किसी भी तरह की समस्या होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.


नियमित दवाओं का सेवन: अगर आपको किसी भी मेडिकल कंडीशन के लिए दवाएं लेनी होती हैं, तो नियमित रूप से दवाएं लें और अपने डॉक्टर से उन्हें समय-समय पर चेकअप करवाएं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे.