गर्मी का मौसम बच्चों के लिए कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है, जिनमें से एक है बुखार. तेज गर्मी में बच्चों का तापमान आसानी से बढ़ सकता है, जिससे उन्हें बेचैनी, थकान और अन्य लक्षण महसूस हो सकते हैं.


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बच्चों में बुखार आना चिंता का विषय हो सकता है, खासकर नए माता-पिता के लिए. पीडियाट्रिशियन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कौशल मदान ने बताया कि बच्चों को बुखार आने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. चलिए विस्तार में जानते हैं.


बच्चों को बुखार होने पर क्या करें
- बच्चे को शांत और आरामदायक जगह पर ले जाएं और आराम करने दें.
- बच्चे को डिहाईड्रेशन से बचाने के लिए भरपूर मात्रा में पानी, जूस या ORS घोल पिलाएं.
- बच्चे को हल्के और ढीले कपड़े पहनाएं.
- बच्चे के माथे पर ठंडे पानी से सिकाई करें.
- डॉक्टर के सलाह पर बच्चे को बुखार कम करने वाली दवा दें.


बच्चों को बुखार होने पर क्या न करे
- जब बच्चे को तेज बुखार हो, तो उसे ठंडे पानी से न नहलाएं.
- बच्चे को हमेशा किसी न किसी की देख-रेख में रखें.
- अगर बच्चा भूख नहीं लग रहा है, तो उसे जबरदस्ती न खिलाएं.
- पैनिक न करें. शांत रहें और घबराएं नहीं.


बच्चे को कब डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए
- अगर बच्चे का तापमान 103°F (39.4°C) से अधिक हो.
- अगर बच्चे को लगातार 48 घंटों से अधिक बुखार हो.
- अगर बच्चे को तेज दस्त, उल्टी, या पेट में दर्द हो.
- अगर बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही हो.
- अगर बच्चे को दौरे पड़ रहे हों.


गर्मी में बच्चों को बुखार से बचाने के लिए
- बच्चों को भरपूर मात्रा में पानी पिलाएं.
- बच्चों को हल्के और ढीले कपड़े पहनाएं.
- बच्चों को धूप से बचाएं.
- बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन खिलाएं.
- बच्चों के टीके लगवाते रहें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.