Women Safety Tips: आजकल पढ़ाई और जॉब के सिलसिले में ज्यादातर महिलााएं और लड़कियां घर से दूर रहती हैं. ज्यादातर गर्ल्स हॉस्टल या फिर पीजी में रहती हैं. वैसे तो गर्ल्स हॉस्टल और पीजी सेफ माने जाते हैं, लेकिन हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए जिनके बाद हॉस्टल और पीजी में में रहना भी सेफ नहीं माना जा रहा है. अगर आप पीजी या हॉस्टल में रहते हैं तो कुछ टिप्स अपनाकर अपनी को सेफ रख सकती हैं. 


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जगह की जांच करें


अगर आप हॉस्टल में रहते हैं तो उस जगह की पहले जांच करें. सिर्फ ऑनलाइन जानकारी के आधार पर कहीं भी रहने न चले जाएं. अपने रूम और वॉशरूम को अच्छी तरह चेक करें कि कहीं वहां कैमरा तो नहीं लगा हो. सारी सेफ्टी चेक करें और मन को तसल्ली होने के बाद ही रूम बुक करें. 


लोगों को पहचानना सीखें


हॉस्टल या पीजी में सारे अंजान लोग होते हैं. अगर कोई हम से अच्छा बर्ताव करे तो इसका ये मतलब नहीं है कि वो इंसान वाकई में अच्छा है. सबके साथ मिलनसार तरीके से रहें, लेकिन ज्यादा भरोसा करना खतरनाक साबित हो सकता है. 


हॉस्टल के नियमों का पालन करें


हॉस्टल में रहने के कुछ नियम होते हैं, उनका पालन करना आपकी सेफ्टी के लिए जरूरी है. हॉस्टल में आने के टाइम पर ही आ जाएं. झूठ बोलकर कहीं बाहर न जाएं, ऐसे में हॉस्टल वार्डन या आपके पीजी मालिक के ऊपर आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं होगी और मुसीबत आने पर बचना मुश्किल हो सकता है. 


किसी को न दें फोन


जल्दी किसी पर भरोसा न करें. लोगों से बात करें उन्हें समझने की कोशिश करें. किसी को फोन या फिर अपने कमरे की चाबी न दें. सामान को ठीक तरह से रखें क्योंकि हॉस्टल में अक्सर चोरी की घटनाएं होती रहती हैं. आपका सामान आपकी अपनी जिम्मेदारी है. 


सबका नंबर रखें साथ


हॉस्टल में रह रहें हैं तो पुलिस हेल्पलाइन, वुमन हेल्पलाइन का नंबर होना जरूरी है. अपने रूम मेट, फ्लोर मेट और पीजी मालिक या हॉस्टल वॉर्डन का नंबर भी साथ में होना चाहिए. 


घर वालों को रूम मेट की जानकारी दें


अगर अपनी रूम मेट के साथ कहीं जा रहे हों तो घर वालों को पहले खबर कर दें, और रूम मेट का नंबर भी दे दें ताकि कोई भी दिक्कत होने पर उस परेशानी से निकला जा सके. रूम मेट के बेकग्राउंड की जानकारी भी ले लें.