बरसात का मौसम आते ही डर का माहौल भी साथ आ जाता है. जीका वायरस, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां इस मौसम में अपना तांडव मचाती हैं. ये तीनों बीमारियां मच्छरों के काटने से फैलती हैं और इनके लक्षण भी एक दूसरे से मिलते-जुलते हैं, जिससे अक्सर इनमें अंतर करना मुश्किल हो जाता है.


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लेकिन घबराइए नहीं! आज हम आपको इन तीनों बीमारियों के बीच अंतर और उनके लक्षणों के बारे में विस्तार से बताएंगे. ताकि आप इन बीमारियों से बचाव कर सकें और समय रहते सही इलाज करवा सकें. तो चलिए शुरू करते हैं.


जीका वायरस
जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इसके लक्षण हैं बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, आंखों में लालिमा, स्किन पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द. गर्भवती महिलाओं के लिए यह वायरस खासतौर पर खतरनाक होता है क्योंकि यह जन्मजात दोष पैदा कर सकता है.


डेंगू
डेंगू भी एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इसके लक्षण हैं तेज बुखार, तेज सिरदर्द, मसल्स और जोड़ों में दर्द, आंखों में दर्द, थकान, उल्टी और मतली. गंभीर मामलों में डेंगू डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) का कारण बन सकता है, जो जानलेवा हो सकता है.


मलेरिया
मलेरिया एनाफेलीज मच्छर के काटने से फैलता है. इसके लक्षण हैं तेज बुखार, जो ठंड लगने और पसीने आने के साथ आता है, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, उल्टी और मतली. मलेरिया तीन प्रकार का होता है - सौम्य मलेरिया, विवैक्स मलेरिया और फाल्सीपेरम मलेरिया. फाल्सीपेरम मलेरिया सबसे खतरनाक होता है और जानलेवा हो सकता है.


इन तीनों बीमारियों का इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है. बुखार और दर्द को कम करने के लिए दवाएं दी जाती हैं. डेंगू और मलेरिया में तरल पदार्थों का सेवन बहुत महत्वपूर्ण होता है. इन बीमारियों से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करना सबसे महत्वपूर्ण है.


यहां कुछ बचाव के उपाय दिए गए हैं
* मच्छरदानी का उपयोग करें.
* पूरी बाजू के कपड़े पहनें.
* खुले स्थानों पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं.
* घर के आसपास पानी जमा न होने दें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.